*क्या हो गया ऐसा की वारासिवनी से पूरी कांग्रेस ने दिया इस्तीफा?*
वारासिवनी। विधानसभा चुनाव 2018 में बालाघाट जिला और उसमें वारासिवनी विधानसभा क्षेत्र सबसे ज्यादा हाई प्रोफाइल चुनावी ड्रामा देखने को मिल रहा है। तीन बार के विधायक और कुछ दिन पहले तक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रहे प्रदीप जयसवाल को पार्टी ने प्रत्याशी ना बनाकर सीएम शिवराज सिंह के साले संजय सिंह मसानी को कांग्रेस का प्रत्याशी बना दिया। इस बात से आहत होकर पहले तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और रैलियां निकाली लेकिन इस बात का पार्टी हाईकमान पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। उन्होंने अपने फैसले को अटल रखा और मसानी को ही अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। नतीजा 8 नवम्बर को कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है । जिसमें तीनो ब्लॉक अध्यक्ष, , वारासिवनी नगर पालिका अध्यक्ष सहित संगठन के सभी पदाधिकारियों के साथ लगभग 1500 से अधिक कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है । इस बात की घोषणा उन्होंने मीडिया के कैमरे पर की और इस दौरान सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे। इन सभी प्रदीप जायसवाल को टिकट नहीं मिलने के विरोध में इस्तीफा देने की बात कही।