देवास, 01 नवम्बर 2018/ मतदान दल में शामिल सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को मतदान की बारीकियों का ज्ञान होना अति आवश्यक है। तभी आप स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न करा सकते हैं। कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट, वीवीपेट आदि को सील करने की प्रक्रिया भली भांति सीख लें ताकि मॉकपोल के पश्चात मशीन सील करने में आसानी हो। यह बातें गुरूवार को शासकीय कन्या महाविद्यालय में मतदान दलों के मतदान अधिकारी क्रमांक दो एवं तीन के प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा कही गई।
मॉकपोल में कम से कम 50 मतपत्र डलवाए जाएं
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स ने बताया कि मॉकपोल (दिखावटी मतदान) वास्तविक मतदान के एक घंटे पूर्व से शुरू होगा। मॉकपोल मतदान अभिकर्ताओं से समक्ष किया जाएगा। यदि मतदान अभिकर्ता समय पर नहीं पहुंचते हैं तो पीठासीन अधिकारी अधिकतम 10 मिनिट तक इंतजार करेंगे। उसके बाद मॉकपोल की कार्यवाही की जाएगी। मॉकपोल के प्रारंभ में वीवीपेट का ड्रापबॉक्स खाली है, यह मतदान अभिकर्ताओं को दिखाया जाएगा। मॉकपोल में कम से कम 50 मत डलवाये जायें। मत सभी अभ्यर्थियों व नोटा को भी डलवाएं। डाले गए मतों को नोट किया जाएगा कि किस अभ्यर्थी को कितने मत डाले गए हैं। मॉकपोल में मत डालने के बाद ड्राप बाक्स से पर्चियां निकालकर अभ्यर्थीवार जमा ली जाएंगी और उनको गिनकर नोट किए गए मतों से मिलान किया जाएगा। इसके बाद कंट्रोल यूनिट की क्लोज बटन दबाकर रिजल्ट देखा जाएगा, जो क्रम से अभ्यर्थीवार प्रदर्शित होगा। फिर कंट्रोल यूनिट पर प्रदर्शित रिजल्ट को मत पर्चियों से मिलान किया जाएगा। इस प्रकार मॉकपोल की प्रक्रिया पूरी होगी।
मॉकपोल के रिजल्ट के बाद मशीन को क्लियर करना होगा
प्रशिक्षण में बताया गया कि रिजल्ट के बाद मशीन को क्लीयर किया जाएगा। सभी अभ्यर्थियों के आगे शून्य प्रदर्शित हो रहा है यह मतदान अभिकर्ताओं को दिखाया जायेगा। इसके बाद मशीन को स्वीच ऑफ कर विधिवत सील किया जाएगा। वीवीपेट के ड्राप बॉक्स को एड्रेस टेग लगाकर सील किया जायेगा। मशीन को सील करने के उपरांत उसे स्वीच ऑन कर वास्तविक मतदान प्रारंभ होगा। प्रशिक्षण में ईवीएम मशीन को सील करने की प्रक्रिया भी विस्तार से समझाई। इसके अलावा कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट तथा वीवीपेट का आपसी संयोजन भी सिखाया गया।
मतदान अधिकारियों को बताए कर्तव्य
प्रशिक्षण में मतदान प्रक्रिया के संबंध में बताया गया कि मतदान अधिकारी क्रमांक-1 के पास चिंहित प्रति रहेगी। वह मतदाता का नाम पुकारेंगे तथा मतदाता सूची में प्रविष्ठि क्रमांक भी बोलेंगे। वह मतदाता की पहचान सुनिश्चित करेंगे। मतदान अधिकारी क्रमांक-2 के पास प्रारूप 17 (क) में रजिस्टर रहेगा, जिसमें वह मतदाता की विभिन्न इंट्रियां करेगा तथा हस्ताक्षर/अंगूठा का निशान लेगा। मतदाता को पर्ची बनाकर देंगे तथा बाएं हाथी अंगुली में स्याही लगाएंगे। मतदाता पर्ची लेकर मतदान अधिकारी क्रमांक-3 के पास जायेगा जो कंट्रोल यूनिट का प्रभारी होगा। वह मतदाता पर्ची एकत्रित करेगा तथा कंट्रोल यूनिट से बटन दबाकर बैलेट ईश्यु करेगा।
मतदान दलों के मतदान अधिकारी क्रमांक दो एवं तीन को दिया गया प्रशिक्षण
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