इंदौर

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उठने से लेकर सोने तक आप पर नजर रख रहा है इंटरनेट

इंदौर | जान कर भी अनजाने में हम कैसे कर रहे हैं छोटे-छोटे अपराध और वहीं दैनिक जीवन में इस प्रकार की कई घटनाएं हमारे साथ कभी भी घट सकती हैं। इस तरह के कई क्राइम की जानकारी म.प्र साइबर पुलिस के तकनीकी सलाहकार शोभित चतुर्वेदी जी ने आईआईपीएस के एपीआर विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला के दूसरे दिन साइबर क्राइम अवेयरनेश विषय के अंतर्गत दी। इससे जुड़े मुद्दों पर चर्चा करते हुए चतुर्वेदी जी ने श्रोताओं को बताया कि इस डिजिटल दुनिया में सोशल मीडिया हमारी रोज मर्रा की छोटी-छोटी गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। तथा उन्होंने साइबर क्राइम से जुड़ी कई घटनाओं जैसे फेसबुक पर बाला साहब ठाकरे की म्रत्यू के समय एक लड़की के द्वारा किये गये कमेन्ट की चर्चा की एवं उन्होंने पिछले कुछ सालों में हुए साइबर क्राइम तथा साइबर पुलिस द्वारा इसके लिए उठाये गये कदम की जानकारी दी। उन्होंने साइबर सेफ्टी पर चर्चा करते हुए कहा कि हम कैसे छोटी-छोटी सावधानियों जैसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स, बैंक अकाउंट्स तथा एटीऐम के पासवर्ड समय-समय पर बदलकर भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं से बच सकते हैं। सत्र के आखिर में उन्होंने बताया कि मोबाइल गुम हो जाने पर गूगल की सहायता से हम किस तरह उसके बारे में पता लगा सकते हैं। वहीं अगले सेसन में डिजिटल स्किल वैली के ट्रेनर शिवपाल राजपूत ने सोशल मीडिया मार्केटिंग के बारे में कई बातें बताई जैसे- सोशल मीडिया मार्केटिंग क्या है, इसके क्या महत्व हैं तथा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म की जानकारी दी। और उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध हो चुके भुवन बम, ढीनचक पूजा जैसे लोगों का उदाहरण देते हुए कहा कि कैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स का सही उपयोग कर दुनिया में नाम और पैसा कमाया जा सकता है और व्यवसायिक क्षेत्र में सोशल मीडिया प्लेटफार्म कि सहायता से ब्राँण्ड अवेयरनेश, कस्टमर सेटिस्फेक्सन, कंटेंट प्रमोशन आदि कार्य कर सकते हैं और अपने व्यवसाय को सफलता की नई ऊँचाइयों तक पहुँचा सकते हैं। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए डिजिटल गुरु एण्ड ऐमवाइव के डायरेक्टर राज पधिआर ने छात्रों को डिजिटल मार्केटिंग करियर और उस से जुड़ी बातों के बारे में बताया कि किस तरह से डिजिटल मीडिया के जरिए किसी भी व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं।
वेब मीडिया पर प्रकाश डालते हुए वक्ता डॉ अर्पण जैन जी ने वेब डेवलेपमेन्ट के बारे में समझाया एवं बिल गेट्स के बारे में बताते हुए कहा कि उन्होंने जैसे समय को समझ कर और अपने समय की महत्वता को समझ कर ऑपरेटिंग सिस्टम बनाया उसी तरह आज के युवा भी डिजीटल मीडिया के महत्व को समझे तो वो भी भविष्य के बिल गेट्स बन सकते है| व डॉ जैन ने हिन्दी से संस्कार जुड़े होने की बात के साथ राष्ट्रभाषा आन्दोलन के बार में बताया|
कार्यक्रम के अंत में इंदौर के वरिष्ठ पत्रकार पंकज शर्मा ने एक बहुत ही अच्छी सीख दी जिसमें उन्होंने कहा कि हिंदी न सिर्फ हमारी राज भाषा नहीं बल्कि राष्ट्र भाषा के रूप में स्वीकार की जानी चाहिए। आंकड़ों के अनुसार पंद्रह लाख से ज्यादा लोगों ने इस सराहनीय कदम को उठाते हुए अपने हस्ताक्षर अंग्रेजी भाषा की जगह हिन्दी भाषा में करने की पहल की एवं पंकज शर्मा जी ने डिजिटल मीडिया एवं डिजिटल जर्नलिस्म से छात्र छात्रों को अवगत कराया।
इस प्रकार कार्यक्रम अपने प्रस्तावित लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल रहा और इसके माध्यम से छात्रों को डिजिटल जगत से जुड़े विभिन्न आयामों की जानकारियां प्राप्त हुईं। अंत में प्रबंधन द्वारा अपना अमूल्य समय निकालकर आये समस्त सम्माननीय वक्ताओं का प्रबंधन द्वारा प्रशंसा पत्र तथा स्मृति चिन्ह देकर आभार प्रकट किया गया। इस प्रकार दो दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ।

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