पोषण माह को लेकर महिला बाल विकास की कार्यशाला आयोजित
देवास – जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती सुनिता यादव द्वारा पावर पांईट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से मीडियाकर्मियों को उक्त दोनो योजनाओं से अवगत कराया गया। प्रधानमंत्री मातृवंदना के अंतर्गत पहली बार गर्भ धारण करने वाली महिलाओं को प्राप्त होने वाले लाभों की मीडियाकर्मियों को विस्तृत जानकारी दी गई।प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के एक वर्ष पुर्ण होने पर 1सित.से राष्ट्रीय पोषण माह का आगाज हुआ। इसकी सही जानकारी आमजन तक पहुचाने की महत्वपूर्ण भुमिका मिडिया की होती हैं। जिला पंचायत के सभागार मे कलेक्टर डाँ श्रीकांत पांडे एवं जिला पंचायत कार्यपालन अधिकारी राजीव रंजन मीणा की उपस्थिति मे मिडिया कार्यशाला आयोजित की गई।जिसमे महिला बाल विकास अधिकारी सुनिता यादव ने बताया कि 01 जनवरी 2018से यह योजना लागू हुई है तबसे अब तक जिले ने 65.2 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर प्रदेश में 12वॉ स्थान प्राप्त कर लिया है। इसी लय में पोषण माह के उद्देश्य एवं गतिविधियों की भी चर्चा की गई। सही पोषण में समन्वित गतिविधियॉ महत्व रखती है अतः यह केवल महिला एवं बाल विकास की जिम्मेदारी न होकर सभी संबधित विभागों के मिले जुड़े प्रयासों का परिणाम है। पोषण अभियान को जन आंदोलन का रूप देने के लिये मीडिया कर्मियों से जन जन तक दोनों योजनाओं को पहुचॉने का अनुरोध किया गया साथ ही यह भी बताया कि घरों में बनाई जाने वाली पोषण वाटिका में एक ही प्रकार के पौधे लगाने के बजाय विविध प्रकार के पौधे लगाये जावें, जिनसे पौष्टिक फल व सब्जियॉ आसानी से प्राप्त हो सकें। सुरजना से सुपोषण अभियान की सफलता के कारण आज देवास जिला पूरे प्रदेश में जाना जाता है। जिले को सोयाबीन, जो प्रोटीन से भरपूर है, उत्पादन करने वाले अग्रणी जिलो में गिना जाता है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने जो बताया वही खाया और खिलाया के अनुक्रम में सोयाबीन से बने पकवान जैसे सोयाबीन का हलवा, टापू से बने पकौड़े व अकुंरित मोटे अनाजो से बनी चाट परोसी गई। मीडिया कर्मियों के अनुरोध पर आंगनवाडी केन्द्रों में सोयाबीन से टापू बनाये जाने की कार्यशाला शीघ्र आयोजित करने की बात कही गई।