खटाम्बा में 3 दिवसीय “नानी बाईं का मायरो” कथा का आयोजन।

देवास-खटाम्बा में चल रही नानी बाई का मायरा कथा के में दूसरे दिनपं पूजा शर्मा ने संगीतमय कथा गान कर श्रोताओं को भावुक कर दिया। उन्होंने सास-बहू के संबंधों के आधार पर ही पारिवारिक जुड़ाव स्थायी रहने की रहने की बात कही। उन्होंने कहा कि सास उसकी बहू को बेटी और हर बहू अपनी सांस को मां समझे तो स्वर्ग कहीं ओर ढूंढने की जरूरत नहीं है। हर घर ही स्वर्ग के समान हो जाएगा। पं. कु. पूजा शर्मा ने नरसी की कथा सुनाते हुए कहा कि नरसी को मायरी की पत्रिका व मांग की चि‍ट्ठी समधी की ओर से भेजकर नीचा दिखाने के प्रयास किए। नरसी ने सांवलिया की शरणागति के आत्मवत से सारी तैयारी की और नगर अंजार चले गए। मार्ग में अनेक समस्याएं आई, लेकिन भक्त की रक्षा भगवान ने हमेशा की