कदम मिलाकर चलना होगा
✍🏻 डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’
कहते हैं जब दृढ़ निश्चय और विश्वास साथ हो तो सफलता हमेशा मिलती है। आज कैलेंडर से तारीख़ पलट रही है, अंग्रेज़ी वर्ष भी बीत रहा है, इसी सिलसिले में अपने कामों का आँकलन करना अनिवार्य भी है और आवश्यक भी। इसी से हम जान पाते हैं कि हमने क्या खोया और क्या पाया! इसी आँकलन की प्रक्रिया में मातृभाषा उन्नयन संस्थान के वर्षभर के आयोजन, गतिविधियों का ब्यौरा कुछ इस प्रकार है-
जनवरी 2021
◆ 3 जनवरी- भारत-अमेरिका हिन्दी मैत्री सम्मेलन, डिजिटल
◆ 10 जनवरी- ‘गीत गूँजन’ अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, पुस्तक विमोचन एवं राष्ट्रकवि सत्यनारायण सत्तन जी को स्वर्णाक्षर सम्मान से सम्मानित, इन्दौर
◆ 17 जनवरी- ‘तरुणाई’ युवा कवि सम्मेलन, इन्दौर
◆ 23 जनवरी- काव्य गोष्ठी व भाषा सारथी सम्मान, इन्दौर
◆ 26 जनवरी- पश्चिम बंगाल कार्यालय का उद्घाटन, कोलकाता
◆ 29 जनवरी- कवि ओमपाल सिंह निडर जी को स्वर्णाक्षर सम्मान से सम्मानित किया, इन्दौर
फरवरी 2021
◆ 8 फरवरी- क़्वालिटी सर्टिफ़िकेशन से गुणवत्ता प्रमाणपत्र प्राप्त, इन्दौर
◆ 11 फ़रवरी- ‘संवाद’ का आयोजन डॉ. वेदप्रताप वैदिक जी के साथ, इन्दौर
◆ 13 फ़रवरी- ‘आगाज़ ए मालवा’ कवि सम्मेलन में सहभागिता, इन्दौर
◆ 14 फ़रवरी- ‘बसंत उत्सव’ अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, इन्दौर
◆ 17 फ़रवरी- कोलकाता इकाई द्वारा बसंत पंचमी पर्व पर आयोजन, कोलकाता
◆ 28 फ़रवरी- हिन्दी गौरव अलंकरण 2021 का आयोजन, इन्दौर
मार्च 2021
◆ 5 मार्च- छत्तीसगढ़ में काव्य गोष्ठी आयोजित, बिलासपुर
◆ 7 मार्च- वुमन्स प्रेस क्लब द्वारा आयोजित ‘शक्ति’ सम्मान समारोह व पुस्तक विमोचन में सहभागिता, इन्दौर
◆ 19 मार्च- पुस्तक विमोचन एवं सम्मान समारोह, दिल्ली
◆ 23 मार्च- शहीद दिवस पर काव्यांजलि कवि सम्मेलन आयोजित, गौतमपुरा
◆ 26 मार्च- हिन्दी साहित्यकारों को निःशुल्क कोविड टीकाकरण, इन्दौर
अप्रैल 2021
◆ 20 अप्रैल- सेवा सर्वोपरि प्रकल्प की स्थापना और कोरोना की दूसरी लहर में सहायता हेतु हेल्प लाइन आरम्भ
◆ 29 अप्रैल- कोरोना काल में अस्पतालों में ज़रूरतमंदों को जल, भोजन वितरण
मई 2021
◆ 1 मई से 20 मई तक – निःशुल्क जल, भोजन, खाद्य सामग्री का वितरण इन्दौर, जबलपुर, सागर, भोपाल, दिल्ली इत्यादि शहरों में
◆ 20 मई से 31 मई तक- ग़रीब परिवारों को कच्चे राशन का वितरण इन्दौर, जबलपुर,भोपाल व दिल्ली इत्यादि शहरों में
जून 2021
◆ 4 जून- पुलिसकर्मियों को कोरोना सुरक्षा कवच वितरित, इन्दौर
◆ 7 जून- किन्नरों को राशन व कोरोना सुरक्षा कवच वितरित, इन्दौर
◆ 8 जून- किन्नरों को कोरोना सुरक्षा कवच वितरित, कुक्षी (धार)
◆ 11 जून- सब्ज़ीवालों को कोरोना सुरक्षा कवच वितरित, इन्दौर
◆ 21 जून- रिक्शाचालकों को कोरोना सुरक्षा कवच वितरित, इन्दौर
◆ 25 जून- सेवा सारथी सम्मान आयोजित, डिजिटल
जुलाई 2021
◆ 1 जुलाई- डॉ. कुँअर बेचैन जी की जन्मजयंती पर उनकी स्मृति में मध्यप्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर जी व इन्दौर सांसद शंकर लालवानी द्वारा डाकटिकट जारी, इन्दौर
◆ 8 जुलाई- डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ की पुस्तक ‘पत्रकारिता एवं अपेक्षाएँ’ मध्यप्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर जी द्वारा विमोचित, इन्दौर
◆ 18 जुलाई- डॉ. कुँअर बैचैन जी की श्रद्धांजलि सभा, इन्दौर
◆ 21 जुलाई- कवि सम्मेलन ‘काव्य के रंग-युवाओं के संग आयोजित, जबलपुर
◆ 26 जुलाई- डॉ. कविता किरण जी का ग़ज़ल संग्रह ‘उफ़!’ विमोचित, फालना(राजस्थान)
अगस्त 2021
◆ 4 अगस्त- कवि गौरव साक्षी के लिखे गीत ‘सिर्फ़ शम्भू’ का प्रमोशन स्थानीय विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा, इन्दौर
◆ 4 अगस्त- काव्य उत्सव ‘अजय रंग’ आयोजित, जबलपुर
◆ 18 अगस्त- मध्यप्रदेश के राज्यपाल माननीय मंगूभाई पटेल जी द्वारा ‘काव्य ऋषि डॉ. कुँअर बेचैन’ का विमोचन, भोपाल
◆ 18 अगस्त- काव्य उत्सव ‘नवल रंग’ आयोजित, जबलपुर
◆ 21 अगस्त- बाबा सत्यनारायण मौर्य जी का जन्मोत्सव आयोजित, इन्दौर
सितम्बर 2021
◆ 1 सितम्बर- हिन्दी पूजन आयोजित, इन्दौर व दिल्ली
◆ 3 सितम्बर- पौधा रोपण कार्यक्रम आयोजित, जबलपुर
◆ 3 सितम्बर- काव्य उत्सव आयोजित, बिलासपुर (छत्तीसगढ़)
◆5 सितम्बर- शिक्षक सम्मान आयोजित, बिलासपुर (छत्तीसगढ़)
◆ 14 सितम्बर- सम्मान समारोह एवं परिचर्चा आयोजित, अम्बाह, विदिशा(म.प्र.)
◆ 14 सितम्बर- काव्य पाठ एवं परिचर्चा आयोजित, जबलपुर
अक्टूबर 2021
◆ 2 अक्टूबर- विराट काव्य उत्सव आयोजित, डूंगरपुर(राजस्थान)
◆ 3 अक्टूबर- ख्यात कहानीकार चित्रा मुद्गल जी के करकमलों से पुस्तक ‘आधी आबादी’ का विमोचन, दिल्ली
◆ 5 अक्टूबर- राष्ट्रदीप सम्मान समारोह आयोजित जिसमें अयोध्या सांसद लल्लू सिंह जी व हनुमानगढ़ी महंत राजुदास जी को सम्मानित किया गया, अयोध्या (उत्तरप्रदेश)
◆ 23 अक्टूबर- अखिल भारतीय कवि सम्मेलन ‘अनुष्ठान’ आयोजित, इन्दौर
नवम्बर 2021
◆ 1 नवम्बर- ‘एक शहर ग्यारह घर अभियान’ का शुभारंभ, इन्दौर
◆ 4 नवम्बर- ‘क़िताब वाली दीवाली’ का आयोजन, इंदौर
◆ 26 नवम्बर- राजस्थान में एक शहर ग्यारह घर अभियान का आरंभ, उदयपुर
दिसम्बर 2021
◆ 5 दिसम्बर- ग़ाज़ियाबाद में आयोजित डॉ. कुँअर बेचैन स्मृति सभा में सहभाग, ग़ाज़ियाबाद
◆ 12 दिसम्बर- वायुयान दुर्घटना में हुए शहीद महानायकों व सीडीएस जनरल बिपिन रावत को रीगल तिराहे पर श्रद्धांजलि ‘महाप्रणाम’, इन्दौर
◆ 17 दिसम्बर- संस्मय प्रकाशन से प्रकाशित कवि गौरव साक्षी की पुस्तक ‘खरोंच’ का विमोचन लिट् चौक, इन्दौर में
◆ 23 दिसम्बर- काव्य संध्या आयोजित, जबलपुर
◆ 25 दिसम्बर- इन्दौर प्रेस क्लब के साथ साहित्य मनीषी सम्मान समारोह, इन्दौर
देखा जाए तो वैश्विक आपदा के बाद भी अंग्रेज़ी वर्ष 2021 भी मातृभाषा उन्नयन संस्थान के लिए लाभप्रद भी रहा। 50 से ज़्यादा आयोजन देशभर में संस्थान के माध्यम से आयोजित हुए जिसमें सैंकड़ो साहित्यकारों से भागीदारी करते हुए हिन्दी सेवा की।
50 से ज़्यादा वर्चुअल कार्यक्रमों के साथ-साथ 15 से अधिक क़िताबों का विमोचन और साझा संग्रह तैयार किए।
वर्ष 2022 की नई सुबह एक नए संकल्प के साथ शुरू होगी, जिसमें हिन्दी का प्रचार, मंचीय कवि सम्मेलनों की लगातार प्रस्तुति, गुणवत्तायुक्त क़िताबों का प्रकाशन और हिन्दी में हस्ताक्षर करने के लिए जनमानस को प्रेरित करना मुख्य ध्येय होगा। इसी के साथ-साथ गाँव-गाँव पहुँचे हिन्दीग्राम और ‘एक शहर-ग्यारह घर अभियान’ भी जारी रहेगा।
प्रयास रहेगा कि देश के प्रत्येक राज्यों में मातृभाषा उन्नयन संस्थान के हिन्दीयोद्धाओं का दल तैयार रहे, हिन्दी के स्वाभिमान का ध्वज थाम कर।
इसी के साथ, डॉ.नीना जोशी जी, गणतंत्र ओजस्वी जी, शिखा जैन जी, भावना शर्मा जी, नितेश गुप्ता जी, जलज व्यास जी, सपन जैन ‘काकड़ीवाला’ जी के साथ ही अमित जैन मौलिक जी, नरेंद्रपाल जैन जी, रश्मिलता मिश्रा जी, धीरज अग्रवाल जी, श्रीमन्नारायण चारी विराट जी, आदि हज़ारों हिन्दी योद्धाओं की कर्मठता और लाखों हिन्दी प्रेमियों के अतुल्य आत्मविश्वास के सहारे आंदोलन ने प्रगति पथ का अनुसरण किया। निश्चित तौर पर यह वर्ष 2021 की उपलब्धियाँ ही रहा। कई उतार-चढ़ाव, आना-जाना, मिलना-बिछड़ना, जुड़ना-टूटना लगा रहा पर कुल हासिल आंदोलन का विस्तार और नवाचार ही रहा।
सैंकड़ो कोशिशों के बावजूद भी आंदोलन न कमज़ोर हुआ न टूटा, बल्कि अपने चरैवेति के मंत्र के साथ आगे ही बड़ा और सफलता की ओर अग्रसर भी हो रहा है। हिन्दी के अग्र कवि शिवमंगल सिंह सुमन जी लिखते हैं-
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
उस-उस राही को धन्यवाद।
जीवन अस्थिर अनजाने ही,
हो जाता पथ पर मेल कहीं,
सीमित पग डग, लम्बी मंज़िल,
तय कर लेना कुछ खेल नहीं।
दाएँ-बाएँ सुख-दुख चलते,
सम्मुख चलता पथ का प्रसाद
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
उस-उस राही को धन्यवाद।
सभी हिन्दी योद्धाओं एवं प्रेमियों के साथ हम आगामी वर्ष 2022 में कुछ नए कीर्तिमान गढ़ते हुए हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा का मुकुट पहनाएँ- यही आशा है।
इसी के साथ, जय हिन्दी!
डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’
राष्ट्रीय अध्यक्ष- मातृभाषा उन्नयन संस्थान