1 लाख गेंद फेंकने के बाद दीपक चाहर का सामने आया ‘जादुई प्रदर्शन’

478 Views

नई दिल्ली। बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 मैच की सीरीज 2-1 से जीतने की जितनी चर्चा टीम इंडिया की नहीं हो रही है, उससे कहीं अधिक ज्यादा दीपक चाहर सुर्खियों में हैं, क्योंकि उन्होंने 3.2 ओवर में 7 रन देकर 6 विकेट झटके जिसमें हैट्रिक भी शामिल है। उनके इस ‘जादुई प्रदर्शन’ के पीछे नेट अभ्यास में फेंकी गईं वे कम से कम 1 लाख गेंदें हैं जिन्होंने उन्हें एक ही रात में क्रिकेट के सिंहासन पर बैठा दिया है।

यकीनन दीपक चाहर का तीसरे और निर्णायक टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में यह रिकॉर्ड प्रदर्शन काबिले तारीफ है। चाहर के पिता ने अपने बेटे की कामयाबी का खुलासा भी किया है।
पिता को था लंबे समय से इंतजार : दीपक के पिता लोकेंद्रसिंह चाहर भारतीय वायुसेना के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। जैसे ही चाहर 7 रन देकर टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दुनिया के सबसे श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज बने, उनकी खुशी का पारावार नहीं रहा। उन्होंने कहा कि मैं इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहा था।

आगरा के टर्फ से हुई थी शुरुआत : लोकेंद्रसिंह चाहर ने बताया कि दीपक ने अपनी शुरुआत आगरा के एक टर्फ विकेट से की थी। मुझे पूरा यकीन है कि मेरा बेटा जब भी कोई लम्हें को याद करेगा तो वह नागपुर में खेला गया तीसरा टी-20 मैच ही होगा, जहां उसने यह जादुई प्रदर्शन किया था।

नेट अभ्यास में फेंकी 1 लाख गेंदें : दीपक चाहर के पिता ने बताया कि बेटे की कामयाबी का राज नेट अभ्यास ही है। इस तरह के प्रदर्शन से पहले उसने नेट पर कम से कम लाख गेंदें फेंकी होंगी। अब मुझे महसूस हो रहा है कि हम दोनों ने जिस सपने को संजोया था, वह धीरे-धीरे साकार हो रहा है।

Translate »