सेक्टर आफीसर मास्टर ट्रेनर की तरह किसी भी समस्या के निराकरण में सक्षम हो- प्रेक्षक श्री यादव

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सेक्टर आफीसर मास्टर ट्रेनर की तरह किसी भी समस्या के निराकरण में सक्षम हो- प्रेक्षक श्री यादव

हरदा /निर्वाचन प्रक्रिया में सेक्टर ऑफिसर महत्वपूर्ण भूमिका होती है , स्वतंत्र निष्पक्ष एवं भय मुक्त वातावरण में निर्वाचन संपन्न कराने में सेक्टर ऑफिसर की सक्रियता एवं जानकारी जरूरी है। सभी सेक्टर ऑफिसर मतदान दिवस के दिन मतदान केंद्र की हर निर्वाचन प्रक्रिया की जानकारी प्रशिक्षण में प्राप्त करें । उनका ज्ञान इतना प्रभावी होना चाहिए कि वे मास्टर ट्रेनर की तरह किसी भी समस्या के निराकरण में सक्षम हो सके। प्रेक्षक श्री राजकुमार यादव आज शासकीय पालीटेक्निक में विधानसभा क्षेत्र में तैनात सेक्टर अधिकारियों एवं मातदान दलों को प्रशिक्षण के दौरान निरीक्षण पर पहुंचे थे।
मास्टर ट्रेनर श्री डीएस रधुवंशी ने बताया कि मतदान दलों को मतदान सामग्री का वितरण 27 नवंबर को प्रातः स्थानीय पालीटेक्निक से किया जाएगा। सभी मतदान दल तथा सेक्टर ऑफिसरों को वहां आधा घंटे पहले उपस्थित हो जाना चाहिए। सामग्री वितरण हेतु मतदान दलवार टेबिल लगाये जायेगे। सेक्टर ऑफिसर अपने सेक्टर के मतदान केंद्र में लगने वाले दलों से संपर्क कर लें तथा कम्युनिकेशन हेतु उनके मोबाइल नंबर आदि प्राप्त कर लें। सामग्री प्राप्त करने के पश्चात सामग्री का मिलान करा दें तथा ईव्हीएम , बीयू, सीयू एवं व्हीव्हीपैट के नंबर आदि मतदान केंद्र वार नोट करे। मतदान दलों के रवानगी के पश्चात उनके मतदान केंद्र पहुचने की जानकारी संकलित कर जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को ओके रिपोर्ट भेजे। दूसरे दिन प्रातः 7 बजे से माकपोल प्रारंभ होगा। सेक्टर ऑफिसर सभी मतदान केंद्रों के संपर्क में रहें जहां एजेंट नही पहुचे वहां पहुंचकर माकपोल की प्रक्रिया संपन्न कराये।  इसके पश्चात ऐसे मतदान केंद्र जहां एक ही पोलिंग एजेंट पहुचा हो वहां पहुंच कर माकपोल संपन्न करायें। सेक्टर अधिकारी का दायित्व है कि वह मतदान केंद्र में आयोग के निर्देशानुसार जो सूचनाएं चस्पा की जानी है उनका सत्यापन कर लें तथा किसी भी तरह की कमीं हो तो उसे पूरा कराएं। मतदान केंद्र से 200 मीटर की दूरी पर किसी भी अभ्यर्थी या राजनैतिक दल के चुनाव चिन्ह अथवा कार्यालय अथवा फोटो आदि नही होनी चाहिए। मतदान केंद्रों में लगने वाले सीपीएफ मतदान केंद्र के  अंदर प्रवेश नही करेंगे किंतु संपूर्ण व्यवस्था पर नजर रखेगें। किसी भी समस्यां के आने पर पहले सेक्टर ऑफिसर फिर रिटर्निंग ऑफिसर को सूचना दी जाएगी।
माकापोल के दौरान यदि ईव्हीएम , बीयू, सीयू अथवा व्हीव्हीपैट में से किसी मशीन में समस्यां आती है तो मशीन की केवल वही यूनिट बदली जाएगी जो खराब हुई हो। एक बार मतदान प्रारंभ होने के पश्चात यदि व्हीव्हीपैट में खराबी आती है तो केवल उसे ही बदला जाएगा। किंतु मशीन के अन्य यूनिट में खराबी आने पर संपूर्ण मशीन बदली जाएगी इसके पश्चात पुनः माकपोल की प्रक्रिया अभिकर्ताओं की उपस्थिति में एक एक वोट सभी अभ्यर्थियो के पक्ष में कराकर पूरी की जाएगी तथा उसके प्रपत्र आदि तैयार किए जायेगे। मशीन की खराबी पर यदि संबंधित सेक्टर ऑफिसर भ्रमण में दूर के मतदान केंद्र में है तो आस पास के सेक्टर ऑफिसर से संपर्क कर मशीन को बदला जा सकता है, किंतु इसकी रिपोर्ट संबंधित सेक्टर ऑफिसर को ही करनी होगी। पीठासीन अधिकारी को दी गई दूसरी मशीन को सेक्टर ऑफिसर प्राप्त नही करेंगे वह पीठासीन अधिकारी ही अपने पास रखेगा। प्रशिक्षण में बताया गया कि मतदान संबंधी जानकारी प्राप्त करने के लिए जिला स्तर पर सेक्टरवार कम्युनिकेशन प्लान तैयार किया गया है। सभी सेक्टर ऑफिसरो को उनके दल के फोन नंबर एवं मोबाइल नंबर उपलब्ध करा दिए जायेगे।

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