सूतक लग चुका है…. सनद रहें*

635 Views

 

*—डॉ.अर्पण जैन ‘अविचल’*

चुनावी मौसम खुमार पर आया, शहर के व्यस्ततम क्षेत्र राजवाड़े से माँ अहिल्या की प्रतिमा पर पहले बम के संदेह में जाँच करवाने के बाद भाजपा के मुखिया अमित शाह ने अपने चुनावी अभियान के तहत सड़क मार्ग से जनसंपर्क अभियान का प्रारंभ कर दिया ।
व्यवस्था में खुमार आया ही था कि खबरें चलने लगी… चुनाव की तारीख घोषित और आज से सूतक यानि आचार संहिता लागू…
सूतक के घोषित होते ही हल्ला बोल शुरु हो गया… वैसे भी 250 से 300 रुपये की मजदूरी वाले झण्डे उठाने के लिए लाए तो गए… पर यकीनन सामने कमजोर विपक्ष होने से सब गौण या कहें मौन हो गया।
भीड़ तन्त्र भी टिकट मांगने वालों का शक्ति प्रदर्शन ही रहा… न जाने क्यों राजनीति की दिशा में धनकुबेरों का कब्जा हो गया…
हालांकि रैली तो होमी दाजी के समय भी हुई थी… और राजवाड़े के विक्रेताओं का भी अपना दौर रहा… भला हो इंदौरी सफेद शेर का वर्ना तब ही राजवाड़े की रजिस्ट्री हो जाती… और हाथ मलते भिया…
बहरहाल हम तो बात कर रहें है सूतक यानी आचार की शासकीय संहिता की… विचार जहाँ तमाशाबीन है और शुचिता का गला घोटा जा चुका है…
शाम ढलते ही श्रीनगर कांकड़ में लगे बैनर हटाए जाने लगे… वैसे मामला तो आपसी विवाद का था पर रंग तो सूतक का चड़ा दिया…
खैर…. सूतक के राजवंश को मौका मिल गया अपनी दादागिरी दिखाने का…. और दिखाएं भी क्यों नहीं… जब जनप्रतिनिधि किसी को जानते ही नहीं और अपनी नाकामी को छुपाने के लिए शहर में नया आया बताने से भी गुरेज कहाँ करते है… और अपने गंदे धन्धे पर गला भी कर्मचारी का फँसा देते है और पिसती तो बैचारी जनता ही है….
सूतक की महामाया का दौर है, सूतक के नाम पर पूर्व में करवाएं गए कार्यों का भुगतान भी लंबित हो सकता है और अटक सकती है तनख्वाह भी…. क्योंकि अपने ही बादशाह और अपने वजीर है…
नज़र तो केवल जनता ही नहीं आती… भोजन, भण्डारे, यात्रा, सामग्री वितरण सब बंद कर दो भिया…. वर्ना सूतक तो ठहरा सूतक……

कमजोर विपक्ष का फायदा मिलेगा, पर फिर भी एक अदद दरकार रहेगी शुचिता की… वर्ना भिया तो ठहरे सनकी… न जाने कब निर्दलीय को जीता दे…

*सूतक के मजे लीजिए… दे दनादन दे…..*
*सूतक तो लग गया है… सनद रहें….*

*डॉ.अर्पण जैन ‘अविचल’*
खबर हलचल न्यूज, इंदौर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »