विधायक पार्षद के इशारे पर मकान ध्वस्त…?

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विधायक व पार्षद के इशारे पर मकान ध्वस्त ?
इंदौर।नंदानगर में मकान तोड़े जाने को लेकर एक परिवार ने विधायक और पार्षद पर गंभीर आरोप लगाए हैं और यह सवाल भी खड़े किए हैं कि 90 फीसदी मकान एमओएस में बने हैं, तो फिर हमारा घर क्यों तोड़ दिया। साजिश के तहत इस मकान को ध्वस्त किया गया है।
नंदानगर में नगर निगम अफसरों की टीम पहुंची और लक्ष्मीनारायण शर्मा के एक मंजिला मकान को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। शर्मा का आरोप है कि नंदानगर में जितने भी मकान बनाए जाते हैं, उसमें विधायक रमेश मेंदोला से अनुमति लेना पड़ती है और उन्होंने भी विधायक से अनुमति ली थी, उसके बाद मकान बनाया था, लेकिन दो दिन पहले नगर निगम, झोन नं. 6 से नोटिस मिला कि तुम्हारा मकान एमओएस में बना है। उन्होंने सफाई भी पेश की, लेकिन कोई रास्ता नहीं निकला। बुलडोजर पहुंच गया और उसने मकान तोड़ दिया। कार्रवाई से परिवार के लोग भड़क गए। उन्होंने कहा कि विधायक रमेश मेंदोला और पार्षद चंदू शिंदे के इशारे पर ये मकान तोड़ा गया है, यहां उनकी हुकूमत चलती है। उन्होंने कहा कि परिवार इस मामले में चुप नहीं बैठेगा और लड़ाई लड़ेगा। नगर निगम के अफसर भी ‘हुक्म के गुलाम बन गए हैं। उनके इशारों पर गरीब को बेदखल कर दिया।
पार्षद चंदू शिंदे ने आरोपों को नकारते हुए कहा फुटपाथ पर मकान बनाने की शिकायत मिली थी। अफसरों ने बताया था, इसी पर कार्रवाई की गई है। उनसे पूछा गया कि आरोप आप पर लग रहे हैं, तो बोले कि कोई प्रमाण हो तो लेकर आ जाएं। कोई भी किसी के बारे में बोल सकता है। भवन अधिकारी पीएस कुशवाह का कहना है कि नक्शा के विपरीत मकान बना था, इसलिए तोड़ दिया है। उनसे जब पूछा कि और भी कई मकान ऐसे हैं तो बोले कि जो बन चुके हैं, उसके बारे में क्या कहूं, जो बन रहा है उसे तोड़ दिया।
सत्रह साल पुरानी रजिस्ट्री, फिर भी नहीं हुई सुनवाई
नंदानगर में अधिकांश मकान हाउसिंग बोर्ड के हैं और नगर निगम उस पर नक्शा पास करता है। मकान दो टुकड़े में भी होंगे तो नियम यह है कि एक ही नक्शा पास होगा। शर्मा का मकान कार्नर का है और उसके बाहर आने की शंका में उसे तोड़ दिया गया। शर्मा का कहना है कि विधायक रमेश मेंदोला को भी मामला बताया था लेकिन सबने यह कहकर टाल दिया कि हम कुछ नहीं कर सकते। एक बार पहले घर पर चंदू शिंदे भी आए थे। उसी दिन शक हो गया था कि मकान के पीछे पड़ गए हैं। इस मकान की पहली रजिस्ट्री 1975 की है और दूसरी रजिस्ट्री 2001 की। बावजूद इसके तोडफ़ोड़ की गई।

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