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अफलन की बीमारी से खराब हुई सोयाबीन की फसल
(कमलेश नाहर)
राणापुर | सोयाबीन की फसल में अफलन की बीमारी ने किसानों के होश उड़ा दिए हैं।पौधे पर पत्तियां तो बहुत गहरी लगी यह देखकर किसानों के चेहरे खिल गए थे परंतु जब उस पर फलियां नही लगी तो उनके चेहरे मुरझा गये।खंड कृषि विस्तार अधिकारी डीसी सेंचा ने अफलन की शिकायत मिलने पर ग्राम भुरिमाटी व धामनी कटारा के अनेक खेतो में जाकर फसल का निरीक्षण किया।किसान प्रकाश माली ने साढ़े 12 बीघा में सोयाबीन बोई थी। बीज,कीटनाशक व उर्वरक आदि पर करीब 1लाख 20 हजार रुपए खर्च हो गए।प्रकाश ने बताया कि वे पिछले32 वर्षों से सोयाबीन की खेती कर रहे है।हर बार सोसायटी से ही बीज लेते है।हर बार बढ़िया फसल होती है जिससे उन्हें खूब फायदा होता है।इस बार जैसी स्थिति उन्होंने कभी नही देखी।राजुबेन ने बताया कि फसल खराब हो जाने से उन्हें बहुत नुक्सान होगा ।घर परिवार का खर्च चलाना कठिन हो जाएगा।देवचंद माली,अनिल माली,पूना माली,हिम्मत माली,हसमुख माली,मोतीलाल माली,शैतान माली ,जयंती माली आदि ने कृषि अधिकारी को खेत में फसल की खराब स्थिति की जानकारी दी।सेंचा ने किसानों को कहा कि उनकी फसल के नमूने जिले में भेजकर कृषि वैज्ञानिकों से अफलन के कारणों की जांच करवाएंगे।प्रारंभिक तौर पर बारिश के खेंच व तापमान में उतार चढ़ाव के कारण फसलों के अफलन की वजह मानी जा रही है।
बीमा मिलने में आएगी ये परेशानी
फसल नही पकने की स्थिति में किसानों को बीमा मिलने में भी परेशानी आ सकती है।कई किसान तो फसल बीमा करवाते ही नही है।जिन किसानों के सोसायटी में खाते है उनकी फसल का बीमा तो सोसायटी करवा देती है।बीमा क्लेम उसी स्थिति में मिलता है जब हल्के के 50 फीसदी किसानों की फसल खराब होती है।ऐसे में इन किसानों को फसल की नुकसानी मिलना बेहद कठिन होगा।
विकासखण्ड में सोयाबीन में अफलन की जानकारी मिलने पर खेतों का निरीक्षण किया है।जिले से भी सर्वे के निर्देश मिले है।सभी आरआई को अपने अपने क्षेत्रों का सर्वे कर जानकारी जुटाने को कहा है।एक दो दिन में पूरे विकासखण्ड की स्थिति क्लियर हो जाएगी-डीसी सेंचा खंड कृषि विस्तार अधिकारी राणापुर