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नई दिल्ली। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा भारत मण्डपम में आयोजित विश्व पुस्तक मेला 2025 में हॉल 2 में संस्मय प्रकाशन के स्टॉल एन 09 पर ऑस्ट्रेलिया के लेखकद्वय डॉ. भावना कुँअर एवं प्रगीत कुँअर का साझा ग़ज़ल संग्रह ‘मिलकर ग़ज़ल हो जाएँगे’ का लोकार्पण सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. जवाहर कर्णावट ने किया। इसे संस्मय प्रकाशन ने प्रकाशित किया है।
डॉ. कर्णावट ने कहा कि ‘इस तरह का अनूठा प्रयोग, जिसमें पति-पत्नी दोनों ने ही एक बहर और एक विषय पर अपने ख़्याल की ग़ज़ल लिखने का कार्य किया, निश्चित रूप से सराहनीय है। यह स्मृतिशेष डॉ. कुँअर बेचैन जी को सच्ची श्रद्धांजलि है।’
इस मौके पर संस्मय प्रकाशन की संस्थापक शिखा जैन, निदेशक भावना शर्मा, मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’, संजय सिंह राठौर आदि मौजूद रहे।