नासिरियाह। दक्षिणी इराक में स्थित नासिरियाह में हजारों उग्र प्रदर्शनकारी गुरुवार को कर्फ्यू तोड़कर सरकारी कार्रवाई में मारे गए 25 लोगों की शवयात्रा में शामिल हुए। दरअसल, इराक में ईरान की राजनीतिक दखलंदाजी के विरोध में बुधवार को विरोध प्रदर्शनकारियों ने नजफ में ईरानी वाणिज्य दूतावास को आग लगा दी थी। इराकी सेना के अनुसार इसकी प्रतिक्रिया में इराक के प्रधानमंत्री आदिल अब्दुल महदी ने गुरुवार की सुबह सैन्य प्रमुखों को विभिन अशांत प्रांतों में सुरक्षा व्यवस्था कायम करने के लिए सुरक्षाकर्मियों को तैनात करने का आदेश था।
जनरल जमील शुमारी को प्रधानमंत्री के जन्मस्थान नासिरियाह में भेजा गया था। वहां विरोध को रोकने के लिए की गई कार्रवाई में कम से कम 25 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक घायल हो गए थे। चिकित्सकों और सुरक्षाकर्मियों के अनुसार प्रदर्शन कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए गोलियां चलाई गई थीं। प्रदर्शनकारियों की मौत के बाद दोपहर तक प्रधानमंत्री ने जनरल शुमारी को हटा दिया था।नासिरियाह के गवर्नर ने कार्रवाई के लिए शुमारी को दोषी ठहराया था। सरकारी टेलीविजन ने घोषणा की थी कि प्रधानमंत्री महदी ने शुमारी को पद से हटाने का आदेश दिया था। नासिरियाह के हजारों निवासियों ने कर्फ्यू तोड़ते हुए दिन की शुरुआत में सड़कों पर उतरकर 25 प्रदर्शनकारियों की मौत का मातम मनाया। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि वे तब तक नहीं हटेंगे जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती।
इराक में प्रदर्शनकारियों की मौत के बाद विरोध चरम पर, प्रधानमंत्री ने जनरल को पद से हटाया
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