मध्य प्रदेश में इन दिनों अफसरों के राजनेताओं के सामने नतमस्तक होने के कई मामले सामने आए है। इसके ठीक उलट रीवा नगर निगम कमिश्नर और IAS अफसर सभाजीत यादव ने सीधे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पिछले कई दिनों से जारी आरोप प्रत्यारोप के बाद अब रीवा निगम कमिश्नर सभाजीत यादव ने बकायदा के एक पत्र लिखकर शिवराज के आरोपों का जवाब दिया है।
IAS अफसर सभाजीत यादव ने पत्र के जरिए अपने उपर लगे आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि ‘एक प्रतिनिधि मंडल अभिभाषक के नेतृत्व में मुझसे मिला था और कहा कि आपकी पत्नी किराए के जिस मकान में रह रहीं है वहां नगर निगम से आवश्यक साफ सफाई करा दी जाए ताकि डंपर खड़ा करने की उचित व्यवस्था हो सके’।
इसके साथ ही अपने पत्र में सभाजीत यादव ने शिवराज के उन आरोपों का खंडन भी किया है जिसमें उन्होंने निगम कमिश्नर के पत्नी के कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की बात कही थी। इसके साथ ही सभाजीत यादव ने शिवराज के लगाए गए आरोपों का बिंदुवार जवाब भी दिया है।
पिछले दिनों रीवा दौरे के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने नगर निगम की उस कार्रवाई का विरोध किया था जिसमें पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल पर ईडब्ल्यूएस मकान के आवंटन में रिकवरी निकाली थी। शिवराज ने नगर निगम की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए निगम कमिश्नर सभाजीत यादव पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने निगम कमिश्नर सभाजीत यादव की पत्नी के कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की बात कही थी।
भाजपा का पलटवार- रीवा निगम कमिश्नर के पत्र के सामने आने के बाद भाजपा ने अब बड़ा हमला बोला है। पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने निगम कमिश्नर पर पलटवार करते हुए कहा कि जिसको राजनीति का कीड़ा काट जाए उसकी महत्वाकांक्षा बढ़ जाती है। उन्होंने निगम कमिश्नर के आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि निगम कमिश्नर रिटायरमेंट के बाद राजनीति का इंतजाम कर रहे है।