कमलनाथ मंत्रिमंडल में 28 मंत्रियों को दिलाई शपथ।

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भोपाल. मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार के मंत्रिमंडल का मंगलवार को शपथ ग्रहण हुआ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 28 मंत्रियों को शपथ दिलाई।

इनमें एक निर्दलीय प्रदीप जायसवाल, दाे महिलाएं- विजयलक्ष्मी साधौ और इमरती देवी और एक मुस्लिम- आरिफ अकील को मंत्री बनाया गया है। 15 विधायक ऐसे हैं, जो पहली बार मंत्री बने,

मध्यप्रदेश में मंगलवार को दोपहर 3 बजे मंत्रियों का शपथ समारोह शुरू हुआ। सबसे पहले विधायक डॉ विजयलक्ष्मी साधौ ने मंत्री पद की शपथ ली। दूसरे नंबर पर वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने शपथ ली है। वे चौथी बार विधायक हैं। उनके बाद हुकुम सिंह कराड़ा ने शपथ ली।

गोरतलब है कि 28 विधायक आज मंत्री पद की शपथ लेंगे। कमलनाथ की टीम में किसे जगह मिलेगी, यह दिल्ली में पांच दिन चली बैठकों के बाद तय हुआ है। क्षेत्रीय, जातीय और गुटीय संतुलन के साथ ही लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर मंत्रिमंडल तय किया गया है।

1- डॉ. गोविंद सिंह- लहार से सातवीं बार निर्वाचित। पहले कांग्रेस सरकार में गृह और सहकारिता मंत्री रहे।

2- आरिफ अकील- भोपाल उत्तर से छठवीं बार जीते। अल्पसंख्यक कल्याण एवं गैस राहत एवं पुनर्वास मंत्री रह चुके हैं।

3- सज्जन सिंह वर्मा- सोनकच्छ से चौथी बार विधायक बने। नगरीय प्रशासन मंत्री रह चुके हैं। अजा का बड़ा चेहरा।

4- बाला बच्चन- राजपुर से पांचवीं बार विधायक बने। पहले खेल एवं युवा कल्याण और स्वास्थ्य मंत्री रहे।

5- विजयलक्ष्मी साधौ – महेश्वर से तीन बार विधायक रहीं। एक बार राज्यसभा सदस्य और मंत्री रहीं।

6- हुकुम सिंह कराड़ा- शाजापुर से पांचवीं बार के विधायक, पहले उर्जा मंत्री रहे, मालवा का बड़ा चेहरा

ये बनेंगे पहली बार मंत्री –

7- तरूण भनोट- जबलपुर पश्चिम से दूसरी बार विधायक। कमलनाथ के करीबी। ब्राह्मण चेहरा।

8- लखन घनघोरिया- जबलपुर पूर्व से दूसरी बार विधायक। कमलनाथ के करीबी। अनुसूचित जाति का प्रतिनिधित्व।

9- ब्रजेंद्र सिंह राठौर-पृथ्वीपुर से पांचवीं बार के विधायक। दिग्विजय गुट के माने जाते हैं। बुंदेलखंड का बड़ा चेहरा।

10- लाखन सिंह यादव- भितरवार विधानसभा से लगातार चौथी बार विधायक बने। सिंधिया गुट में माने जाते हैं।

11- तुलसी सिलावट- सांवेर से चौथी बार के विधायक। मालवा का एससी चेहरा, सिंधिया गुट में माने जाते हैं।

12- गोविंद सिंह राजपूत- सुरखी से तीसरी बार के विधायक। बुंदेलखंड के युवा नेता। सिंधिया गुट में माने जाते हैं।

13- ओमकार मरकाम- डिंडौरी से लगातार तीसरी बार विधायक। आदिवासियों में अच्छी पकड़। कमलनाथ समर्थक।

14- सुखदेव पांसे-मुलताई से तीसरी बार विधायक बने। युवा चेहरा। कमलनाथ के करीबी माने जाते हैं।

15- प्रभुराम चौधरी- सांची से तीसरी बार के विधायक, अनुसूचित जाति से प्रतिनिधित्व। सिंधिया समर्थक।

16- जयवद्र्धन सिंह-राधौगढ़ से लगातार दूसरी बार विधायक। दिग्विजय सिंह के पुत्र। युवा चेहरा।

17- हर्ष यादव- देवरी से दूसरी बार विधायक बने। यादव समाज का प्रतिनिधित्व। दिग्विजय समर्थक।

18- कमलेश्वर पटेल- सिंहावल से लगातार दूसरी बार विधायक। विंध्य से ओबीसी चेहरा। कमलनाथ करीबी।

19- सचिन यादव- कसरावद से दूसरी बार विधायक। दिग्गज नेता रहे सुभाष यादव के पुत्र और अरूण यादव के भाई

20- पीसी शर्मा- भोपाल दक्षिण-पश्चिम से जीते। दो बार विधायक रहे। ब्राह्मण चेहरा। दिग्विजय सिंह के करीबी।

21- सुरेंद्र सिंह बघेल- कुक्षी से दूसरी बार जीते। एसटी युवा चेहरा। पूर्व मंत्री प्रताप सिंह के पुत्र। कमलनाथ समर्थक।

22- जीतू पटवारी- राउ से दूसरी बार विधायक। मालवा का तेज तर्रार चेहरा। राहुल गांधी के नजदीकी।

23- उमंग सिंघार- गंधवानी से तीसरी बार जीते। पूर्व उपमुख्यमंत्री जमुनादेवी के भतीजे। दिग्विजय के समर्थक।

24- प्रद्युम्न सिंह- ग्वालियर से दूसरी बार विधायक। मंत्री जयभान सिंह पवैया को हराया। सिंधिया समर्थक।

25- प्रदीप जायसवाल- वारासिवनी से चौथी बार विधायक। कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय जीते। कमलनाथ समर्थक।

26- महेंद्र सिसोदिया- बमौरी से दूसरी बार विधायक। ग्वालियर क्षेत्र का क्षत्रिय चेहरा। सिंधिया समर्थक।

27- इमरती देवी- डबरा से तीसरी बार विधायक। एससी का महिला चेहरा। सिंधिया गुट की मानी जाती हैं।

28- प्रियव्रत सिंह- खिलचीपुर से दूसरी बार विधायक बने। क्षत्रिय युवा चेहरा। दिग्विजय सिंह के करीबी रिश्तेदार हैं।

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