बागियों को कहीं दबाव ने तो कहीं राजनीति चौपट होने के डर ने बैठाया…
भाजपा और कांग्रेस को मिली राहत
बागियों ने लिए नाम वापस
आनंद जैन इंदौर।एक दिन पहले तक पार्टी के अधिक्रत प्रत्याशियों को दिन में तारे दिखाने वाले,महिलाओं का अपमान बताने वाले,चुनाव को अंतिम युध्द बताने वाले बागियों ने नाम वापसी करके पार्टियों में अपनी वापसी करा ली।हालाकि नामांकन वापसी के आखरी दिन मान मनौव्वल के बाद भाजपाईयों और कांग्रेसी नेताओं ने नाम वापस लिए।इनके नाम वापसी ने दोनों ही बडी पार्टी को राहत दी है। कहीं पर इन बागियों पर दबाव काम आया तो,कहीं पर इन नेताओं को यह डर सताने लगा कि हार के बाद न घर के रहेगे न घाट के। राजनीतिक भविष्य पर खतरे के डर ने बागियों को बैठाने में अहम भूमिका निभाई है। विधानसभा तीन के भाजपाई ललीत पोरवाल,राऊ से ओम प्रकाश, सावेर से सुनील परमार, किशोर मीणा के साथ कांग्रेस के कमलेश खंडेलवाल,प्रीति अग्नीहोत्री ने बडी पार्टियों के प्रत्याशी की निंद उडा रखी थी। आलाकमान से लेकर प्रदेश के व स्थानीय नेताओं को इन्हें मनाने का काम दिया गया था। पूरे प्रदेश में 556 प्रत्याशियों ने नाम वापस लिए है। नाम वापस न लेने वाले 53 भाजपाई बागियों को निष्कासित कर दिया है। इसमें कई दिग्गज नेता है। कांग्रेस के भी 14 बागी मैदान में डटे हुए है। माना जाए तो बागियों के मानने से इंदौर की 9 सीटों पर अब सीधा मुकाबला होने वाला है। शहर से 96 प्रत्याशी मैदान में है।अब बागियों के हटने से भाजपा और कांग्रेस का सीधा मुकाबला देखने को मिलेगा।
बागियों को कहीं दबाव ने तो कहीं राजनीति चौपट होने के डर ने बैठाया… भाजपा और कांग्रेस को मिली राहत
743 Views