कपिलेश शर्मा
सेंधवा-जो काम भगवान नही कर सकते, वह काम भगवान की कथा से होता है । भागवत कथा सुनने मात्र से ही पितरो को मोकक्ष मिलता है । पापों का नाश होता है उक्त वाणी कन्हैयालालजी शास्त्री ने श्रीमद्भागवत कथा में व्यक्त करते हुए कहा कि पाप व पुण्य जीवन मे कर्मो से मिलते है जो दूसरों की भलाई करते है दान, दया करता है वह पुण्य होता है अपने स्वार्थ के लिए दूसरे को दुःख पहुचते है उसे पाप कहा जाता है । ये मानव के कर्म पर इसका प्रतिफल मिलता है ये संसार दुखमयी है । हम भगवान पर विश्वास करना सीख ले। हम अपनी चिंता में लगे रहते है उसे छोड़ दे भगवान पर विश्वास कर अपने कर्म करते जाए। आपको शांति मिलेगी । चिंता ही बीमारी का कारण है । चिंता से मानव चिता की ओर बढ़ता है ।बिन मूहर्त के उठाई जावेगी जो तेरी डोली निकली जावेगी …..। हम हर शुभ काम के लिए मूहर्त निकलते है किंतु जब मौत होती है तो उसका कोई मूहर्त नही निकाला जाता है। जन्म व मृत्यु का कोई मूहर्त नही होता ये ईश्वर के हाथों होता है । इसलिए चिंता को त्याग कर भगवान की भक्ति में लगाये।
रविवार से ग्राम गोई में भागवत कथा का 7 दिवसीय वाचन प्रारम्भ हुआ ।दोपहर 2.30बजे स्थानीय शिव मंदिर से श्रीमद्भागवत ज्ञान गंगा ग्रंथ को व्यवसायी चेतन अग्रवाल व हेमन्त अग्रवाल ने सर पर लेकर व महिलाये सर पर कलश लेकर डोलताशे के नाचते भजन कीर्तन करते हुए कथा स्थल पर पहुची जहाँ इंदौर के कन्हैयालालजी शास्त्री के मुख से संगीतमयी भागवत कथा का वचन किया गया।
कथा पंडाल को कृष्ण लीला से सजाया गया । राधा कृष्ण की झांकी सजाई गई। पंडाल में मख्खन की मटकी व बाँसुरी भी लटकाई गई । इस अवसर पर भीकुलाल अग्रवाल, कैलाश अग्रवाल, भाजपा प्रवक्ता सुनील अग्रवाल, बद्रीप्रसाद स्वामी, जगदीश शर्मा, विष्णुप्रसाद अग्रवाल,कमलेश शर्मा, किशोर अग्रवाल, दामोदर शर्मा, शैलेन्द्र अग्रवाल, दिनेश स्वामी, गजानन्द शर्मा, पुरषोतम यादव, अमर अग्रवाल, आदि उपस्थित थे।