*बड़वानी कपिलेश शर्मा* -शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी के स्वामी विवेकानंद करियर मार्गदर्षन प्रकोष्ठ द्वारा ‘खुषी एवं कॅरियर’ विषय पर सम्वाद का आयोजन प्राचार्य डाॅ. एनएल गुप्ता के मार्गदर्षन में किया गया। इसमें कॅरियर काउंसलर डाॅ. मधुसूदन चैबे ने बताया कि सुख और दुःख, अनुकूलता और प्रतिकूलता, सरलता और कठिनता जीवन के अनिवार्य पहलू हैं। सभी को इनका सामना करना पड़ता है। दुःख तथा कठिनाई के प्रतिकूल समय में जो विचलित नहीं होता है, वही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाता है। खुषी को अपने स्वभाव का अनिवार्य अंग बना लो। हर बात में सापेक्ष सकारात्मकता की खोज करो। एक बार खिलखिलाकर हंस लेने पर ऊर्जा और चेतना बहुत बढ़ जाती है, तो सदा खुष रहने पर क्षमताएं कितनी बढ़ जाएंगी, यह सहज ही सोचा जा सकता है। सदा खुष रहने वाले ही बड़ी सफलता प्राप्त करते हैं। डाॅ. चैबे ने खुष रहने के तरीके बताते हुए कहा कि योग करें, अच्छे लोगों की संगत में रहें, सदसाहित्य पढ़ें, चुटकुले पढ़ें, सुने और सुनायें। आयोजन में सहयोग प्रीति गुलवानिया, किरण वर्मा, पवन परिहार, राहुल मालवीया, भारती धार्वे ने दिया।