समाज में संस्कारों का सृजन बहुत आवश्यक – डॉ. पांडेय
16 संस्कारों संबंधी जानकारी प्रदान करने में माताओं की भूमिका महत्वपूर्ण

19 से 24 मई तक तक ऑनलाइन आयोजित होगी संस्कार शाला
इंदौर। संक्रमण के इस दौर में समाज में संस्कारों का सृजन बहुत आवश्यक है। राष्ट्र विरोधी ताकतों ने भारत को तोडऩे की पुरजोर कोशिश की पर भारत की सांस्कृतिक जड़ों ने इसे बचाये रखा। आज के दौर में समाज में जामवंतों की कमी है, जिन्होंने हनुमानजी को अपनी शक्तियों का भान करवाया, वैसे ही समाज के जामवंत, समाज में मौजूद व्यक्तियों को अपनी शक्तियों से परिचय करवाएं। परिवार में अपने बच्चों को राष्ट्र गौरव शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान, रानी लक्ष्मीबाई, माता अहिल्या के बारे में बात करें और उनके शौर्य की गाथाएं बताएं ताकि वह अपने स्वर्णिम इतिहास पर गर्व कर सकें। यह बात श्री गुर्जर गौड़ ब्राह्मण नगर सभा इंदौर एवं श्री महर्षि गौतम शैक्षणिक एवं पारमार्थिक न्यास द्वारा प्रेस क्लब स्थित आनंद मोहन माथुर सभागृह आयोजित संस्कार शाला के शुभारंभ अवसर पर शासकीय संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विनायक पांडेय ने कही।
डॉ. पांडेय ने महर्षि गौतम के बारे में बताया कि उन्होंने शास्त्रों की कई गोपनीय जानकारियां भी ऋषियों को बताई थी, इसलिए वह विप्र कहलाये। आपने 16 संस्कारों संबधी जानकारी भी प्रदान की और कहा कि ब्राह्मणों के लिए यह क्यों आवश्यक है। इसमें महत्वपूर्ण भूमिका माताओं की है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाज सेवी एवं पूर्व कलेक्टर कृष्णमोहन गौतम ने संस्कारों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए अपने उद्बोधन में एक युद्ध के प्रसंग का उल्लेख करते हुए बताया कि आपकी उम्र से कोई फर्क नहीं पड़ता। आपके संस्कारों और देश के प्रति अपने कर्तव्यों का बोध होना चाहिए। आपने देश और समाज के प्रति अपने दायित्वों के निर्वहन करने का आव्हान किया और संस्कार शाला में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को आशीर्वाद प्रदान किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर नगर सभा अध्यक्ष वीरेंद्र व्यास ने स्वागत भाषण दिया। संस्कार शाला संबंधी जानकारी देते हुए पंडित सोमेश्वर जोशी ने बताया कि संस्कार शाला का ऑनलाइन सत्र 19 से 24 मई तक संध्या 7 से 9 बजे तक रहेगा। इसमें देश के 22 जिलों से प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। अभी तक इसके लिए लगभग 150 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं जिसमें विभिन्न विषयों पर समाज के विशिष्ट विद्वानों द्वारा प्रतिभागी बच्चों से चर्चा करने के साथ ही प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। मंचासीन अतिथि का परिचय पंडित जगदीश जोशी ने प्रदान किया।
संस्कार शाला की शुरुआत स्वस्तिवाचन, देवी-देवताओं के आह्वान एवं दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। नगर सभा एवं शैक्षणिक न्यास के अध्यक्ष द्वारा अतिथियों का स्वागत कर स्मृति चिह्न प्रदान किए गए। संस्कार शाला संयोजकों का स्वागत नगर सभा की और से प्रधानमंत्री कमलेश तिवारी एवं शैक्षणिक न्यास की ओर से मधुसूदन तिवारी ने किया। प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी एवं वरिष्ठ समाज सेवी सत्यनारायण शर्मा ने अतिथिद्वय डॉ. पांडेय और श्री गौतम को स्वास्थ्य संबंधी साहित्य भेंट किया। कार्यक्रम में स्वस्तिवाचन पंडित सोमेश्वर जोशी एवं पंडित राज शास्त्री ने किया। कार्यक्रम का संचालन पंडित राघवेंद्र त्रिपाठी ने किया। आभार पंडित जगदीश जोशी ने माना। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
