मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023
डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’
मनावर। धार जिले की राजनीति के केंद्र में एक विधानसभा ऐसी भी है जो व्यापार के साथ–साथ जिले के कई मामलों में अव्वल है।
ऐसी मनावर विधानसभा में इस समय कांग्रेस और भाजपा दोनों ही संशय में चल रही है। दोनों ही पार्टियों ने अपने टिकट अभी तक होल्ड कर रखे हैं।
वैसे पिछले चुनाव में कांग्रेस ने जयस को मैनेज करने के लिए हीरा अलावा को टिकट भी दिया और वह मनावर से पूर्व मंत्री रंजना बघेल को हरा कर विधायक भी बने, पर इस समय समीकरण बदले–बदले से नज़र आ रहे हैं।
कांग्रेस से अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं राधेश्याम मुवेल। क्षेत्र का जाना पहचाना नाम है और लोकसभा अध्यक्ष भी रहे मुवेल की मिलनसारिता जनप्रियता का कारण है। जबकि हीरा अलावा का जनाधार बेहद कमज़ोर नज़र आ रहा है।
वहीं भारतीय जनता पार्टी में वैसे तो पूर्व मंत्री रंजना बघेल का दबदबा है, इस समय वह कद्दावर आदिवासी नेत्री हैं, तो टिकट की संभावना तो उन्हीं की बन रही किन्तु उन्हें टक्कर देने के लिए गोपाल कन्नौज के पुत्र शिवराम कन्नौज भी कम नहीं हैं। कन्नौज संगठन के सामने एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रहे हैं जैसा किसी समय गोपाल कन्नौज ने लगाया था। अब देखना यह है कि मनावर के भाग्य में कौन प्रत्याशी आते है!
मनावर, मध्य प्रदेश के मालवा ट्राइबल क्षेत्र और धार जिले में धार (एसटी) (Tribal) का एक विधानसभा क्षेत्र है। यह धार (एसटी) संसदीय/लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है।
इस निर्वाचन क्षेत्र में कुल 218625 मतदाता हैं, उनमें से 110101 पुरुष हैं, 108517 महिलाएं और अन्य हैं। निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता लिंग अनुपात 98.56 है।
भाजपा 2013 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में 1639 वोटों (1.1%) के अंतर से इस सीट पर जीती थी। उसे कुल मतदान के 37.09% वोट हासिल हुए थे। 2013 में इस सीट पर 74.26% मतदान हुआ था।
भाजपा ने इस सीट पर 2008 के विधानसभा चुनावों में 2034 वोटों (1.79%) के अंतर से जीती थी। उसे कुल वोटों के 46.77% मत मिले थे। 2018 के चुनाव में इस सीट पर कुल 76.74% मतदान हुआ।
इस समय मनावर के हालात ख़स्ता है। परंपरागत प्रतिस्पर्धियों भाजपा और कांग्रेस से इतर जय आदिवासी युवा संगठन (जयस) की सक्रियता यहां ज्यादा रही। संगठन के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. हीरालाल अलावा यहां से विधायक हैं। तमाम योजनाओं के बाद क्षेत्र को मूलभूत समस्याओं से मुक्ति की उम्मीद थी, वह पूरी नहीं हुई। सीमेंट फैक्टरी सहित अन्य छोटे-मोटे उद्योग यहां होने के बाद भी पलायन बड़ी समस्या है। हर वर्ष हजारों आदिवासी रोजगार की तलाश में गुजरात-महाराष्ट्र का रुख करते हैं।
क्या कहते है विधायक हीरा अलावा
मनावर के नवीन सिविल अस्पताल के निर्माण के लिए नौ करोड़ 53 लाख रुपये की राशि स्वीकृत कराकर निर्माण कार्य भी शुरू करवा दिया है। उमरबन में शासकीय महाविद्यालय, बालिका छात्रावास, सेमल्दा से अंजड़ नर्मदा नदी पर पुल की स्वीकृति भी कराई। ग्रामीण क्षेत्र के बड़गांवखेड़ी, अजंदीमान, भरड़पुर, जलखेड़ा आदि में प्रधानमंत्री रोड निर्माण कराया। ग्रामों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत 31 पंचायतों में 28 करोड़ 10 लाख रुपये की लागत से नल-जल योजना स्वीकृत कराई। विकास का लेकर हम लगातार ध्यान दे रहे हैं।
– डॉ. हीरालाल अलावा, विधायक, जयस
विपक्ष क्या कहता है-
विधायक डॉ. अलावा ने पांच साल में कोई काम नहीं किया। क्षेत्र के लोगों की आवश्यकताओं को देखकर हमने घूम घूमकर कई विकास कार्य कराए। जहां जरूरत थी वहां सड़कों के लिए सरकार से अनुमति दिलवाई। जनपद भवन, एसडीएम कार्यालय आदि के निर्माण कार्य भी करवाएँ।
– रंजना बघेल, पूर्व मंत्री व भाजपा से कद्दावर दावेदार
मुवेल हो सकते है बड़ी चुनौती
यदि कांग्रेस संगठन राधेश्याम मुवेल को मनावर से टिकट देती है तो भाजपा के लिए बड़ी मुसीबत बन जाएगी, क्योंकि राधेश्याम मुवेल के साफ़-स्वच्छ छवि, जनता में निरंतर संवाद और सम्पर्क के साथ-साथ मिलनसारिता का गुण मुवेल को लोकप्रिय बनाता है। इस समय वर्तमान विधायक हीरा अलावा से अधिक दमदारी युवक कांग्रेस के दम पर राधेश्याम मुवेल की है।
रंजना और शिवराम के बीच मुकाबला
वैसे तो अभी टिकट तय नहीं हुआ पर भाजपा संगठन में अभी से असमंजस की स्थिति बन गई है, मनावर सीट के लिए स्व: गोपाल कन्नौज के बेटे शिवराम कन्नौज और पूर्व मंत्री रंजना बघेल के बीच टिकट को लेकर मुकाबला है। रंजना बघेल से पिछली बार जनता की नाराज़गी भारतीय जनता पार्टी के लिए सिरदर्द है, वही युवा नेतृत्व को आगे लाने के चलते शिवराम कन्नौज तगड़ी दावेदारी रख रहे है। अब देखना यह है कि टिकट लाने में कौन बाज़ी मार लेता है।