मुकाम उन्हें ही मिलता है जो हिम्मत से उठ खड़े होते हैं- श्री बड़ोदिया

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संवाददाता अमृतलाल मारू
मोबाइल नंबर 96301 86 106

दसई जहां लक्ष्य सामने रखकर अपनी मंजिल तय की जाती है वै विद्यार्थी विद्याध्यन तो ठीक जीवन में किसी भी पड़ाव पर नहीं ठहर सकते । वे सदैव जीवन में “चरेवेति-चरेवेति” से अपना मुकाम हासिल करते है। आपकी सफलता इस बात पर भी निर्भर करती है कि आपने जो लक्ष्य तय किया है उसकी सफलता के लिए कितना परिश्रम ईमानदारी से करते हैं -दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण इस तरह की टिप्स विवेकानंद हाई सेकेंडरी स्कूल में कैरियर गाइडेंस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अपर सत्र न्यायाधीश श्री राजाराम बड़ोदिया ने बच्चों को दी । आयोजन में अन्य प्रखर वक्ताओं ने भी दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाली कई जानकारियां बच्चों से साझा की।

मां सरस्वती की आराधना के बाद आयोजन की शुरुआत हुई। धार से पधारी सिविल जज अंकिता ब्लाज ने कहा आप युवा हो और आप मे कुछ कर गुजरने का हौसला होता है। आप कुछ भी करें तो गलत ना करें क्योंकि जो गलत होता है वह अपराध होता है। अगर गलती से अपराध हो भी जाए तो उसे छिपाए नहीं और कम से कम अपने माता-पिता, गुरु जन नहीं तो कम से कम सहपाठी कोअवश्य बताएं जिससे उसका उचित समाधान हो सके। एक अन्य वक्ता सिविल जज धार श्रीमती रेखा द्विवेदी ने बच्चों को कानून और कानूनी सहायता की जानकारी दी। श्रीमती द्विवेदी ने कहा कि बहुत सारे कानून और उनकी निशुल्क सहायता की जानकारी आम आदमी को नहीं होने से वह महंगी वकालत और व्यर्थ की कानूनी पेचीदगियो मैं उलझ जाता है । जीवन मैं परिवार गुरु और जिंदगी अहम है परिवार सिखाता है गुरु टेस्ट लेते हैं लेकिन जिंदगी पहले टेस्ट लेती है फिर शिक्षा देती है। इसलिए सब का मान करना चाहिए आपने बच्चों से जरूरतपुर्ती एंड्रॉयड मोबाइल के उपयोग की बात कही।
सेज यूनिवर्सिटी इंदौर से पधारे आशुतोष त्रिपाठी ने कहा कि कुछ लोग दूसरों की सुनते कम और समझते भी कम ही है पर ऐसे लोग दूसरों को समझाते ज्यादा है। ऐसे लोगों से सफलता की कोई बड़ी आशा नहीं की जा सकती । जीवन में अगर बड़ी सफलता हासिल करना हो तो आने वाली बड़ी चुनौतियों से डटकर मुकाबला करने की हिम्मत रखो । मुख्य अतिथि श्री राजाराम बड़ोदिया ने विद्यार्थी जीवन को काफी अहम बताते हुए कहा कि यहां से लिए गए निर्णय जीवन की दिशा और दशा तय करते हैं। ऐसे में अगर कोई गलत निर्णय हो जाता है तो उसका अंजाम जीवन भर भुगतना पड़ता है ,इसलिए सदैव सार्थक निर्णय लो । विद्यालय से निकलकर बड़ी जगहों पर पहुंचे बच्चों को और आगे बढ़ने की सफलता के लिए मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।
कवि शरद जोशी ने बच्चों को मन को साधने की सीख दी जिससे एकाग्रता बढ़ सके क्योंकि एकाग्रता से ही जहां चाह वहां राह।
आयोजन में बीच-बीच में संस्था प्रधान अशोक सिंह रघुवंशी ने समय और कर्म के प्रेरक प्रसंग सुनाकर बच्चों को अपनी जवाबदारी के प्रति उत्साहित किया ।केरियर गाइडेंस का प्रतिफल बताते हुए जानकारी दी कि सही दिशा निर्देश और उचित मार्गदर्शन के कारण ही आज हमारे विद्यालय से निकले विद्यार्थी कैंट ,सेना, बैंक सहित अन्य बड़े क्षेत्रों में पदों पर रहकर सेवाएं दे रहे हैं ।कार्यक्रम का संचालन कुमारी लता पाटीदार कक्षा बारहवीं ने किया ।आयोजन में ऋषभ परमार ,अनिल पाटीदार, विजय बैरागी , पंकज प्रजापत, अभिषेक मारू राजपराले ,कुंदन सोलंकी ,विजय कटारिया , दीपक मकवाने ,राहुल गुर्जर, नारायण पाटीदार, मलखान सिंह सूर्यवंशी , रानी पराले, हेमलता प्रजापत , सुजाता सिंदुरिया, निकिता पाटीदार , निकिता मारू , ममता पाटीदार ,पायल विश्वकर्मा, पदमा बैरागी ,ज्योति झाला, संतोष मारू, अनामिका पाटीदार ,मोनिका विश्वकर्मा उपस्थित रहे।

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