सेंधवा
सोमवार को दशहरे के अवसर पर स्वयं सेवकों द्वारा पथ संचलन निकाला गया। लोगो ने पथ संचलन मार्ग पर पहले से ही खड़े होकर स्वयं सेवकों का स्वागत किया। पथ संचलन को लेकर पुलिस प्रासन द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पुरे संचलन मार्ग में स्वयं सेवकों कों देखने के लिए युवाओं के साथ ही महिलाए एवं बच्चें भी बड़ी संख्या में मार्ग के दोनो ओर भीड़ के रुप खड़े रहे।
किला परिसर स्थित राजराजेवर मंदिर के सामने अतिथि के रूप में उपस्थित विभाग संघ चालक राधेश्याम पाटीदार बोरलाय मुख्य वक्ता रहे, सेंधवा जिला संघ चालक राजेन्द्र जगताप पानसेमल, अध्यक्षता नामा भाई ढोले, सेंधवा, द्वारा की गई। सर्वप्रथम विश्व मंगल साधना के हम मौन पुजारी एकलगीत शशि भूषण राठौड़ द्वारा लिया गया। मुख्यवक्ता के रूप में पाटीदार द्वारा कहा गया कि पूरे विश्व मे एकमात्र ऐसा देश है जिसे माता कहा जाता है। हमारी भारत भूमि कई संस्कृतियां, उत्सव और पौराणिक महत्व से परिपूर्ण है। जिसे विश्व के कई देश नमन करते है। भगवान राम ने नो दिन शक्ति की आराधना की और विधर्मी आतताइयों का वध किया। जब सतयुग में आतताइयों का अत्यचार बढने लगा तो ऋषियों द्वारा मंत्रोच्चार से वध, किया गया। त्रेता में ज्ञान से आताताई का वध किया। द्वापर में युद्ध के माध्यम से आताताइयों का वध किया। कलयुग में कई आताताई भारतभूमि पर हमला करने वाले आये। जिसे संगठित होकर हराया गया। देश को आजाद करवाया गया। आज संगठित होने की आवश्यकता है। बालक केशव के सामने कई बार ऐसी विकट स्थितिया आई। लेकिन उन्होंने डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की और अपनी देशभक्ति को भी बनाए रखा। उन्होंने मनन किया कि देश क्यो गुलाम हुआ। और आगे कभी देश गुलाम न हो इसलिए उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं स्वयं सेवक का गठन किया। देश मे कटुता और फुट डालने वाला द्वारा वापस गुलामी की ओर हम न जाए इसी मानवता को लेकर संघ की स्थापना हुई। जिस समाज को संगठित होने के 93वर्ष हो गए। जब तक ॐ में बिंदु है तब तक हिन्दू है। आज हम कुछ परिस्थितियों के कारण देश धर्म उस क्षण को भूल गए की किस प्रकार इस देश को स्वस्तंत्र करवाने केलिए कितनों ने कुर्बानी दी। हम हिन्दू है ये भूलकर अलग अलग जातियों मे बंट गए। छोटी छोटी बातों को लेकर कुछ लोग हमारी समरसता को छोड़ हम बटने लगे है। कई लोग कहते है देश टुकड़े कर देंगे, समाज के टुकड़े कर देंगे। देश को तोड़ने की बात जेएनयू से निकलती है। कुछ लोग नही चाहते कि समाज एकत्रित हो। वे इसे बटा हुआ देखना चाहते है। लेकिन राष्ट्र हित, समरसता और सुरक्षा के साथ समाज मे उपस्थित भ्रम से निकालने का कार्य संघ करता है। साथ ही उन्होंने अपनी ओजस्वी वाणी से उपस्थित स्वयं सेवकों के साथी उपस्थित गणमान्यों को राष्ट्र भक्ति के साथ संघ का परिचय करवाया।
यहां से होकर निकला संचलन –
मंडी प्रांगण में उद्बोधन के बाद पथ संचलन निकाला गया। जिसमे डंड वाहिनी, घोष दल, ध्वज वाहिनी शामिल रही। पथ संचलन मंडी प्रांगण से आरंभ होकर किला गेट, महाराज गली, शास्त्री कालोनी चौराहा, मौसम चौराहा, जोगवाड़ा रोड़, सुदामा कालोनी, की गलियों से अस्पताल के पिछे, अभिनव कॉलोनी, निवाली रोड़, बजरंग चौक, पवनपुत्र व्यायाम शाला, जलाराम मंदिर, मोतिबाग चौक, संत विनोबा मार्ग, ईदगाह चौराहा, गुरुद्वारा के पास की गली से मोटीमाता मंदिर, फब्बारा चौक, पुराना एबी रोड़, भवानी चौक, पुराना बस स्टेंड होकर जानकी गेट से किले में पुनः प्रवे कर मंडी प्रांगण में समपन्न हुआ।
जगह जगह हुआ पुष्पवर्षा से स्वागत –
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नगर इकाई द्वारा निकाले गए पथ संचलन में घोषदल की धुन पर स्वयंसेवक हाथों में दण्ड, दिल में देप्रेम, चहरे पर औज लिए शहर की सड़कों पर अनुशासन की कदमताल करते निकले। पथ संचलन के स्वागत के लिए शहरवासी उमड़ पड़े। पथ संचलन जिधर से निकला उधर रहवासियों, विभिन्न संगठनों एवं गणमान्यों द्वारा पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। वहीं प्रत्यैंक चौराहे पर करतल ध्वनी कर जय श्री राम का उद्घोष उपस्थित युवाओं द्वारा किया गया।
लगाए गए स्वागत गेट –
पथ संचलन मार्ग पर जगह जगह विभिन्न संगठनी द्वारा स्वागत गेट सजाए। जिसमें मुखर्जी चौराहे पर जांगिड़ ब्राह्मण समाज, नवनाथ युवा संगठन, पालीवाल समाज, अग्रवाल समाज, जोगवाड़ा रोड़ स्थित कॉप्लेक्स दुकानदारों द्वारा पुष्पवर्षा की गई। मोतीबाग क्षेत्र में बड़ोले परिवार, एरन परिवार, क्रांति चौक मित्र मंडल, पवन पुत्र व्यायाम शाला द्वारा स्वागत गेट सजाए गए। एवं विकास आर्य मित्र मंडल द्वारा जगह जगह गेट लगाए गए थे। वही भवानी चौक पर सार्थक ग्रुप मित्र मंडल व जय माँ बिजासन सेवा समिति द्वारा मंच सजाया गया। जिसमे महापुरषो की तस्वीर रखकर ताशे एवं म्यूजिक सिस्टम पर देशभक्ति गीत बजाकर स्वागत किया गया। वहीं मोतीबाग चौक से गणेश हाल तक तथा संत विनोबा मार्ग पर सड़क किनारे रंगोली सजाई गई थी।
प्रशासन रहा सजग –
आदर्श आचार संहिता के चलते प्रशासन सजग रहा। शहर थाना, ग्रामीण थाना सहित सीआईएसएफ के जवान एवं महिला पुलिस भी उपस्थित रही। पुलिस द्वारा मार्ग के अवरोध को लेकर जनता से सामग्री हटाने केलिए कहा गया था। साथ ही पुलिस पूरे मार्ग में साथ चली। एवं ट्रैफिक व्यवस्था