कलेक्टर की अध्यक्षता में सेक्टर अधिकारियों का प्रशिक्षण संपन्न

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देवास, 18 अक्टूबर 2018/ कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. श्रीकान्त पाण्डेय की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में विधानसभा निर्वाचन-2018 को सुचारू रूप से सम्पन्न कराने के लिए सेक्टर अधिकारियों का प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण में कलेक्टर डॉ. पाण्डेय ने कहा कि निर्वाचन शांतिपूर्ण, व्यवस्थित व निर्विघ्न रूप से संपन्न कराने सेक्टर अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि सेक्टर अधिकारियों के पास अपने सेक्‍टर के सभी मतदान केंद्रों की मतदाताओं संबंधी विस्तृत जानकारी होनी चाहिए। इसके अलावा सेक्टर का रूट चार्ट व एक वीडियोग्राफर भी सेक्टर ऑफिसर के पास रहेगा।
कलेक्टर डॉ. पाण्डेय ने कहा कि सेक्टर अधिकारियों को मतदान से पूर्व अपने सेक्टर का तीन बार भ्रमण सुनिश्चित करना है तथा मतदान केंद्रों पर सभी आवश्यक बुनियादी सुविधाएं सुनिश्च‍ित करानी है। बुनियादी सुविधाओं में विशेष रूप से पीने के पानी की सुविधा, शौचायल रैम्प, दो दरवाजे, विद्युत व्यवस्था, पहुंच मार्ग आदि सुनिश्चित करानी है। यदि कही कमी हो तो तत्काल संबंधित मतदान केंद्र भवन से संबंधित विभाग के अधिकारियों से सपंर्क कर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई जाएं। उन्होंने कहा कि सेक्टर अधिकारियों को देखना है कि मतदान दिन को मतदान से संबंधित सभी व्यवस्थाएं मतदान केंद्र पर सुनिश्चित हों।
बिना अनुमति प्रचार वाहन के जप्त करने की कार्यवाही करेंगे
कलेक्टर ने कहा कि सेक्टर में शांतिपूर्ण एवं निर्विघ्न चुनाव कराना भी सेक्टर अधिकारी की जिम्मेदारी है। इसलिए वैधानिक कार्रवाहियां भी सेक्टर अधिकारियों कोसुनिश्चित करानी है। सेक्टर अधिकारी देखे कि उनके सेक्टर क्षेत्र में बिना अनुमति कोई भी वाहन चुनाव प्रचार में न चल रहा हो। वाहन की अनुमति विंड स्क्रीन पर प्रदर्शित होनी चाहिए। यदि बिना अनुमति वाहन पाया जाए तो उसको तत्काल जप्त किया जाए। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक व निजी संपत्तियों पर यदि संपत्ति विरूपण पया जाता है तो उसकी रोकथाम हेतु भी सेक्टर अधिकारियों को कार्यवाही करनी है। सेक्टर अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में वलनरेवल पॉकेट भी चिंहित करने है तथा भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करानी है।
अपने क्षेत्र की एफएसटी/वीएसटी/एसएसटी से संपर्क बनाए रखे
कलेक्टर डॉ. पाण्डेय ने निर्देश दिए कि सेक्टर अधिकारी अपने क्षेत्र के एफएसटी, वीएसटी तथा एसएसटी आदि टीमों से भी संपर्क बनाए रखे तथा उनके मोबाइल नंबर अपने पास रखे। यदि अपने सेक्टर में आदर्श आचरण संहिता का उल्लंघन हो रहा है तो अपने क्षेत्र की उक्त टीमों से संपर्क कर कार्यवाही सुनिश्चित कराएंगे। सेक्टर अधिकारियों की मतदाताओं को जागरूक करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका है। अपने सेक्टर में प्रत्येक मतदान केंद्र पर ईवीएम व वीवीपेट का प्रदर्शन कराएं ताकि मतदाताओं को वोट डालने की समझ हो।
मॉकपोल को अच्छी तरह से समझने के निर्देश
कलेक्टर डॉ. पाण्डेय ने कहा कि सेक्टर अधिकारियों की मतदान के दिन सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है। मतदान दलों के मतदान केंद्र पर पहुंचने की सूचना सेक्टर अधिकारियों को अपने क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारियों को देनी होगी। उन्होंने कहा है कि सेक्टर अधिकारियों को मॉकपोल की अच्छी समझ हो। प्रत्येक सेक्टर अधिकारी को अपने सेक्टर के एक मतदान केंद्र पर मॉकपोल के समय उपस्थित रहना है। यदि मॉकपोल या मतदान के दौरान कोई त्रुटि आती है तो उसका निराकरण भी सेक्टर अधिकारी को करना है।
दो बार आरओ को ओके रिपोर्ट भेजनी होगी
उन्होंने कहा कि सेक्टर अधिकारियों को मतदान प्रारंभ होने तथा समाप्त होने पर रिटर्निंग अधिकारी को ओके रिपोर्ट भेजनी होंगी। मतदान के आखरी में यदि मतदान केंद्र पर मतदाताओं की लंबी कतार है तो मतदान समाप्ति के समय उलटे क्रम में मतदाताओं को पर्ची बांटनी है। मतदान दलों को सुरक्षित स्ट्रांग रूम तक पहुंचाना तथा ईवीएम सुरक्षित रूप से जमा कराना भी सेक्टर अधिकारी की जिम्मेदारी है।
वोटर टर्नआउट, महिला एवं दिव्यांग मतदाताओं पर फोकस करने के निर्देश
प्रशिक्षण में सीईओ जिला पंचायत ने जिला, विकासखंड व बूथ स्तर तक आयोजित की जा रही मतदाता जागरूकता गतिविधियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिले में 85 प्रतिशत से अधिक मतदान का लक्ष्य रखा गया है। सेक्टर अधिकारियों को वोटर टर्न आउट, महिला मतदाताओं द्वारा मतदान तथा दिव्यांग मतदाताओं द्वारा मतदान के मामले में विशेष फोकस करना है तथा उन्हें जागरूक कर मतदान के लिए प्रेरित करना है।
आदर्श आचरण संहिता समझाई
प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर डॉ. अजय काले, डॉ. एसपीएस राणा तथा समीरा नईम द्वारा दिया गया। डॉ. एसपीएस राणा ने आदर्श आचरण संहिता के कानूनी प्रावधानों तथा निर्वाचन के दौरान भ्रष्ट आचरण के संबंध में भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों से अवगत कराया। डॉ. अजय काले ने डाकमत पत्र की प्रक्रिया, ईवीएम व वीवीपेट से संबंधित इरर के निराकरण आदि के संबंध में अवगत कराया। डॉ. समीरा नईम ने मॉकपोल की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया।

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