594 Views
देवास-24 सितंबर 2018 को कन्नौद-आष्टा मार्ग पर सियाघाट पर हुई 1 लाख 23 हजार की लूट की घटना का खुलासा कन्नौद पुलिस द्वारा कर दिया गया । 24 सितंबर 2018 को कन्नौद थाने पर फरियादी सुरेश पिता बाबूलाल बैरागी निवासी ग्राम कोथमीर द्वारा एफआईआर कराई गई थी की। सुबह करीब 11:45 बजे घर से 1 लाख 23 हजार रु बैंक पासबुक चेक झोले में रखकर आष्टा जिला सीहोर की एचडीएफसी बैंक में क्राफ लोन व केसीसी खाते में रु जमा करने के लिए बाईक से अकेला आष्टा की और जा रहा था। करीब 1 बजे सियाघाट के दूसरे मोड़ पर पंहुचा था की एक बाइक पर दो बदमाश पीछे से आए और बोले भाई क्या हाल है। फरियादी सुरेश ने मुड़कर देखा तो बाईक चलाने वाले बदमाश ने काले रंग का हेलमेट व पीछे बैठे दूसरे व्यक्ति ने रुमाल से मुँह बांध रखा था। दोनों बदमाशो ने आरोपी सुरेश को रोका और चाकू दिखाकर आरोपी से झोला जिसमे रखे 1 लाख 23 हजार रु बैंक पासबुक चेक बुक और शर्ट में रखा मोबाईल एव बाईक की चाबी छुड़ाकर भाग गए। घटना के बाद सुरेश ने वापस ढाबे पर जाकर एक व्यक्ति से मोबाईल लेकर छोटे भाई को फोन लगाया और घटना बताई। पुलिस अधीक्षक अंशुमानसिंह के मार्गदर्शन में एक टीम का गठन किया गया।जिसमे कन्नौद थाना प्रभारी अमित सोनी ,नेमावर थाना प्रभारी विश्वदीप सिंह परिहार सतवास थाना प्रभारी हरीश जेजुकर खातेगांव थाना प्रभारी सज्जन मुकाती शामिल थे।निरंतर प्रयास करने के बाद सफलता नहीं मिल पा रही थी। वही फरियादी के बारबार बयान बदलना और घटना स्थल की बारीकी से जाँच करना और घटना फर्जी होने की आशंका होने पर फरियादी पर शंका होने पर सख्ती से पूछताछ व करने पर फरियादी ने अपना गुनाह कबूल कर ही लिया।
पुलिस की पूछताछ में हुआ झूठी कहानी का खुलासा
सुरेश बैरागी को घटना स्थल पर ले जाकर कन्नौद पुलिस ने मोबाईल ,चाबी ,झोला और झोले में रखी खाद की बोरी में लिपटे सीएफएल बल्ब के डिब्बे जो नोट की गड्डी जैसे दिखने के लिए रखे गए थे।और मोबाईल की सिम बरामद कर ली गई है।रिपोर्ट करने वाले सुरेश बैरागी के खिलाफ फर्जी रिपोर्ट लिखाने पर धारा 182,211के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।