देवास- भारत भूमि संस्कृति का पवित्र संगम स्थल हैं ।उक्त विचार मुकुन्द मुनि पं रामाधार द्विवेदी ने सॉस्कृतिक मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सॉस्कृतिक व प्रशिक्षण केन्द्र नई दिल्ली के मार्गदर्शन में शा क हा स्कूल बागली में डीआरपी पुष्पेन्द्र राठौड द्वारा विकास खंड के शिक्षकों के लिए आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला के प्रथम दिवस के शुभारंभ सत्र के अवसर पर व्यक्त किये ।शुभारंभ समारोह में विकास खंड शिक्षा अधिकारी मृत्युंजय कुमार ने अध्यक्षता की। नगर परिषद उपाध्यक्ष लक्ष्मी ग्रेवाल,संकुल प्राचार्य पं वासुदेव जोशी,जगदीश राठौर, शीला राठौर विशेष आतिथि के रूप में उपस्थित रहे।अतिथियों का स्वागत बहादुर बदुरीया ,रमेश खराडीया ,पुष्पेन्द्र राठौर ,सरोज जौहरी ने किया।द्वितीय सत्र में श्री राठौड ने कार्यशाला के उद्देश्य ,शिक्षक और सॉस्कृतिक शिक्षा ,विजुअल आर्ट व परफारिमिंग आर्ट आदि पर विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।सी सी आर टी से प्रशिक्षित शिक्षक रामनिवास प्रजापति,अखिलेश पंचौली,चन्द्रशेखर तिवारी,विरेन्द्र मालवीय द्वारा समाजोपयोगी उत्पादक कार्य पर प्रायोगिक कक्षा का संचालन किया गया। आभार संकुल प्राचार्य ने माना।
शिक्षकों की तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित।
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