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- अगले ‘मन की बात’ तक दुनिया में कोरोना से राहत की ख़बर आए
- ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम का 64वां संस्करण
नई दिल्ली । देश में कोरोना वायरस के खिलाफ लॉकडाउन जारी है, वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवाशियो को संबोधित किया। हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होने वाले ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम का यह 64वां संस्करण था। पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ यह जंग जनता लड़ रही है। इसमें अलग-अलग क्षेत्र के लोग अपना योगदान दे रहे हैं। पीएम मोदी ने रमजान को लेकर लोगों से एक खास अपील की, साथ ही कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अगले मन की बात तक दुनिया भर में कोरोना वायरस से राहत की ख़बर मिलेगी।आइए जानें आज पीएम मन की बात में किस बात का जिक्र किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से खास अपील करते हुए कहा कि जब पूरी दुनिया इतने बड़े संकट का सामना कर रही है, तो इस बार रमजान को धैर्य, सद्भाव, संवेदनशीलता और सेवा का प्रतीक बनाने का एक अवसर है। जिससे पूरी दुनिया में लोगों को एक खास संदेश जाएगा।प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण लोग सादगी से अपने घर में त्योहार मना रहे हैं। - लोगों की सोच में काफी बदलाव
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान लोगों का नजरिया बदला है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर हों, सफाईकर्मी हों, अन्य सेवा करने वाले लोग हों-इतना ही नहीं, हमारी पुलिस व्यवस्था को लेकर भी आम लोगों की सोच में काफी बदलाव हुआ है। उन्होंने कहा कि ताली, थाली, दीया, मोमबत्ती, इन सारी चीज़ों ने जिन भावनाओं को जन्म दिया। इस जज्बे से देशवासियों ने कुछ-न-कुछ करने की ठान ली, हर किसी को इन बातों ने प्रेरित किया है। हमारे किसान भाई-बहन को ही देखिये, वो इस महामारी के बीच अपने खेतों में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और इस बात की भी चिंता कर रहे हैं कि देश में कोई भूखा ना सोये। - हम सबको, एक मजबूत धागे में पिरो दिया
पीएम मोदी ने मन की बात में संबोधित करते हुए कहा कि चाहे करोड़ों लोगों का गैस सब्सिडी छोड़ना हो, लाखों सीनियर सिटिजन का रेलवे सब्सिडी छोड़ना हो, स्वच्छ भारत अभियान का नेतृत्व लेना हो, टॉयलेट बनाने हो, ऐसी अनगिनत बातें है। इन सारी बातों से पता चलता है कि हम सबको, एक मन, एक मजबूत धागे में पिरो दिया है। एक होकर देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हर मुश्किल हालात, हर लड़ाई, कुछ-न-कुछ सबक देती है, कुछ-नकुछ सिखा करके जाती है, सीख देती है। सब देशवासियों ने जो संकल्प शक्ति दिखाई है, उससे, भारत में एक नए बदलाव की शुरुआत भी हुई है। हमारे बिजनेस, हमारे दफ्तर, हमारे शिक्षण संस्थान, हमारे मेडिकल सेक्टर, हर कोई, तेजी से नए तकनीकी बदलावों की तरफ बढ़ रहे हैं। - पूरा देश एक लक्ष्य, एक दिशा, साथ साथ चल रहा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरे देश में गली मोहल्लों में, जगह जगह पर आज लोग एक दूसरे की सहायता के लिए आगे आए हैं। गरीबों के लिए खाने से लेकर राशन की व्यवस्था हो लॉकडाउन का पालन हो, अस्पतालों की व्यवस्था हो, मेडिकल इक्वीपमेंट का देश में निर्माण हो-आज पूरा देश एक लक्ष्य, एक दिशा, साथ साथ चल रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई सही मायने में पीपल ड्रिवेन है।भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई जनता लड़ रही है, आप लड़ रहे हैं, जनता के साथ मिलकर शासन, प्रशासन लड़ रहा है। - देश का हर नागरिक बना सिपाही
पीएम मोदी ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि आज पूरा देश, देश का हर नागरिक, जन-जन इस लड़ाई का सिपाही है और लड़ाई का नेतृत्व कर रहा है। आज पूरा देश, एक लक्ष्य, एक दिशा के साथ आगे बढ़ रहा है।
पीएम ने कहा कि जब देश एक टीम बन करके काम करता है, तब क्या कुछ होता है – ये हम अनुभव कर रहे हैं। आज केंद्र सरकार हो, राज्य सरकार हो, इनका हर विभाग और संस्थान राहत के लिए मिल-जुल करके पूरी रफ्तार में काम रहे हैं। - हमारी कोरोना से लड़ने की भावना ‘अक्षय’
पीएम मोदी ने कहा कि आज अक्षय तृतीया है- जिसे समाप्त या नष्ट नहीं किया जा सकता है वह है ‘अक्षय’। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हम चाहे कितनी भी रुकावट और बीमारियों का सामना करें, उनसे लड़ने की हमारी भावना अक्षय है। प्रधानमंत्री बोले कि हमारे किसानों की कड़ी मेहनत के कारण, हम सभी के पास अन्न के भंडार हैं; यदि हम अक्षय बने रहना चाहते हैं, तो हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारी पृथ्वी अक्षय हो। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन हालातों में भी हमने एक तरफ हमने अपनी जरूरतें पूरी की तो दूसरे देशों की भी मदद कर मानवता भी दिखाई।पीएम ने कहा कि जब कोई दूसरों की ज़रूरतों को पूरा करता है, जो अपने आप में, कड़ी मेहनत से, आवश्यक वस्तु- मात्रा के बावजूद, अपनी संस्कृति के साथ पूरा करता है। - थूकने की आदत को ख़त्म करे
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस ने हमें कई तरह से जागरूक किया है। पीएम ने कहा कि एक और जागरूकता जो आई है वह है सार्वजनिक रूप से थूकने का नुकसान-अब समय आ गया है कि इस बुरी आदत को हमेशा के लिए मिटा दिया जाए। पीएम मोदी ने कहा कि कोविड़-19 ने हमारी कार्य शैली, जीवन शैली और आदतों में कई सकारात्मक बदलाव लाए हैं; आप देखेंगे कि मुखौटा सभ्य समाज का प्रतीक बन जाएगा।पीएम ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कई बार, हम अपनी क्षमता का एहसास करने से इंकार कर देते हैं और जब कोई देश हमें साक्ष्य-आधारित अनुसंधान पर अपना सूत्र सिखाता है, तो हम इसे जल्दी अपनाते हैं। पीएम मोदी ने मन की बात में कहा कि आज दुनिया भर में लोग भारत के योग और आयुर्वेद की ओर देख रहे हैं; मुझे यकीन है कि आप आयुष मंत्रालय द्वारा प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले प्रोटोकॉल का अभ्यास कर रहे होंगे। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ यह लड़ाई जनता लड़ रही है। देश के हर वर्ग ने इस जंग में अपना योगदान दिया है।हर कोई अपने तरीके से इस लड़ाई में अपना योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई जनता लड़ रही है, आप लड़ रहे हैं, जनता के साथ मिलकर शासन, प्रशासन लड़ रहा है। - हर कोई कर रहा लड़ाई में अपने तरीक से योगदान
पीएम मोदी ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि आज पूरा देश, देश का हर नागरिक, जन-जन इस लड़ाई का सिपाही है और लड़ाई का नेतृत्व कर रहा है। आज पूरा देश, एक लक्ष्य, एक दिशा के साथ आगे बढ़ रहा है।इस महामारी के बीच में किसान यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे देश में कोई भी भूखा न सोए। प्रत्येक व्यक्ति अपनी क्षमता के अनुसार यह युद्ध लड़ रहा है। कुछ घर का किराया माफ कर रहे हैं, कुछ मजदूर जो स्कूल में क्वारंटाइन में हैं, वे स्कूल आदि की सफाई कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ताली, थाली, दीया, मोमबत्ती, इन सारी चीज़ों ने जिन भावनाओं को जन्म दिया। जिस जज्बे से देशवासियों ने कुछ-न-कुछ करने की ठान ली, हर किसी को इन बातों ने प्रेरित किया है। पीएम मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम के जरिए जनता से अपील की कि लोग सरकार द्वारा एक प्लेटफॉर्म पर जो भी चाहें उसमें योगदान कर सकते हैं। पीएम ने कहा कि आप ”कोविड़ वारियर्स डॉट जीओवी डॉट इन” पर जाकर अपना योगदान दे सकते हैं।