अगर आप गूगल के Gmail का प्रयोग करते हैं और उसे सिक्योर समझते हैं तो संभल जाइए। गूगल के Gmail पर एक ऐसे बग का पता चला है, जो प्राइवेसी के लिए बड़ा खतरा हो सकता है। हो सकता है कि इस बग के कारण आपके ई-मेल किसी और के पास जा रहे हों।
इस बग के कारण आपकी प्राइवेसी को तो खतरा है ही, साथ ही आपकी फाइनेंशियल इंफोर्मेशन लीक होने का डर भी है। आपके बैंक खाते से जुड़ी जानकारी, सैलरी स्लिप या अन्य डेटा किसी दूसरे व्यक्ति के पास जा सकता है। यह सब आईडी में एक डॉट (.) के कारण हो रहा है। अगर आपके ई-मेल आईडी में डॉट (.) लगा है और आपके जैसे ही नाम की किसी आईडी में डॉट (.) नहीं लगा है तो आपके मेल उस आईडी पर जा रहे हैं। यानी आपके ई-मेल्स कोई और भी पढ़ रहा है।
मान लीजिए एक आईडी ABC.XYZ@gmail.com और दूसरी आईडी ABCXYZ@gmail.com नाम से बनी हुई है तो ABC.XYZ@gmail.comके नाम पर भेजे जाने वाले ईमेल ABCXYZ@gmail.com पर मिल रहे हैं। अमेरिका में रहने वाले विनोद जैन ने बताया कि उनके ईमेल पर मुंबई में रहने वाले विनोद जैन की सैलरी स्लिप तथा बैंक अकाउंट से जुड़ी इंफार्मेशन आ रही है।
इसी तरह इंदौर से भी कई जीमेल यूजर्स ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें भी इसी तरह के ईमेल्स आ रहे हैं। एक साल पहले ही बग की बड़ी गड़बड़ी सामने आ चुकी है, लेकिन गूगल द्वारा इस बग को फिक्स न करना हैरान करने वाला है।वेबदुनिया के पास इन यूजर्स के ईमेल्स भी हैं, जिसके बारे में Google को भी सूचित किया गया है। मुम्बई और गुजरात से भी इसी तरह की जानकारियां सामने आ रही हैं।
फाइनेंशियल प्राइवेसी हो सकती है लीक : डिजिटलाइजेशन होने पर अब अधिकांश कॉर्पोरेट्स कंपनियां अपने एंप्लाई की सैलरी स्लिप भी ई-मेल्स के जरिए भेजती हैं। इससे बग के कारण फाइनेंशियल जानकारियां लीक होने का भी खतरा है। इसी तरह से मोबाइल वॉलेट के ट्रांजेक्शन की सूचना भी रजिस्टर्ड ईमेल पर ही आती है। उदाहरण के तौर पर वाहनों के लिए टोल चुकाने के लिए फास्टैग के लेनदेन जैसी अनेक जानकारियां अब ईमेल पर मिलती हैं।
गूगल को शिकायत : कई यूजर्स ने बग के कारण G-mail में हो रही बड़ी गड़बड़ी की शिकायत गूगल की सपोर्ट टीम को भी की है। एक यूजर्स ने शिकायत करते हुए लिखा कि मुझे कुछ मेल्स दूसरी आईडी के भी मिले। इसके अतिरिक्त यूजर्स ने यह भी बताया कि जब उन्होंने बिना डॉट (.) के आईडी लॉगइन की तो वे दूसरे के आईडी पर आसानी से पहुंच गए।
गूगल बता रहा है यूजर की गलती : गूगल इस पर यूजर की गलती बता रहा है। गूगल का कहना है कि जीमेल में डॉट (.) को ई-मेल आईडी का हिस्सा नहीं माना जाता है। गूगल का कहना था कि मिलते-जुलते नामों से डुप्लीकेट ई-मेल आईडी नहीं बनाई जा सकती है। गूगल का कहना था कि आपको दूसरे की आईडी के ई-मेल्स नहीं मिल रहे हैं बल्कि ये सेंडर द्वारा गलत ई-मेल आईडी पर भेज दिए गए हैं।
क्या कहते हैं आईटी एक्सपर्ट्स : वेबदुनिया के असिस्टेंट जनरल मैनेजर (आईटी) गौरव व्यास का कहना है कि गूगल कहता है कि उसके प्लेटफॉर्म पर सारे ई-मेल आईडी यूनिक है, लेकिन कुछ मेल्स जो किसी के नाम को रिसेम्बल करते हुए आते हैं उनसे लगता है कि कहीं ना कहीं कुछ गड़बड़ है।
बहुत सारे यूजर्स ने रिपोर्ट किया है कि उन्हें किसी ओर की मेल्स आ रही हैं वो भी पर्सनल डेटा के साथ और वो भी केवल एक जैसे नामों से। गूगल को इस पूरे मामले को गंभीरता से लेना होगा। यूजर्स को भी अपनी पर्सनल और ऑफिशयल इन्फोर्मेशन फ्री मेलिंग सॉल्यूशन पर शेयर करने से बचना चाहिए। इससे आपके डेटा का उपयोग किया जा सकता है।आईटी से ही जुड़े निशांत दीक्षित का कहना है कि तकनीकी रूप से तो ऐसा नहीं हो सकता है। मिलते-जुलते नामों के आईडी से मेल्स एक-दूसरे के पास जा रहे हों तो सर्विस प्रोवाडर की बड़ी तकनीकी खामी है। यह यूजर्स की प्राइवेसी के लिए बड़ा खतरा हो सकती है।
ऐसे करें बचाव : सावधानी के लिए आवश्यक है कि समय-समय पर ई-मेल आईडी का पासवर्ड बदलते रहें और टू फैक्टर अथॉन्टिकेशन फीचर का प्रयोग करें।
क्या आपके साथ भी हुई है गड़बड़ी? : अगर आपके ई-मेल आईडी से भी इस प्रकार की गड़बड़ी हो रही हो तो हमें जरूर बताएं। इस संबंध में अगर आपने गूगल को भी शिकायत की हो तो उसकी जानकारी भी हमारे साथ साझा करें जिससे हम संबंधित फोरम पर आपकी समस्या को उठा सकें।