कानूनी चुनौती की आशंका के कारण सरकार नहीं ला रही कानून

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कानूनी चुनौती की आशंका के कारण सरकार नहीं ला रही कानून

राम मंदिर विवाद को सुलझाने में जस्सि दीपक मिश्रा ने निराश किया – कोकजे

इन्दौर। विश्व हिन्दू परिषद् के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष जस्टिस व्ही.एस.कोकजे ने कहा सरकार राम मंदिर बनाने के लिए कानून इसलिए नहीं बना रही है, क्योंकि कतिपय लोग उस कानून को न्यायालय में चुनौती दे सकते है और इस चुनौती से निपटाने में काफी समय लग सकता है। कोर्ट से मंदिर निर्माण संबंधी फैसला नवम्बर 2019 तक आ सकता है। आगामी 30 एवं 31 जनवरी को प्रयाग राज में संत समाज और विश्व हिन्दू परिषद् मंदिर निर्माण पर आगामी रणनीति तय करेगी, जिसका खुलासा एक फरवरी को किया जायेगा। मंदिर निर्माण की तैयारी पूर्ण है। भूमि का कब्जा मिलते ही मात्र दो वर्ष में मंदिर निर्माण पूर्ण हो जायेगा।

जस्टिस कोकजे प्रीतमलाल दुआ सभागृह में स्टेट प्रेस क्लब, मध्यपद्रेश द्वारा आयोजित राष्ट्रीय परिसंवाद ‘‘श्रीराम मंदिर: कब, कहां और कैसे’’ विषय पर मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। जस्टिस कोकजे ने कहा अयोध्या में मंदिर तो है सिर्फ भव्य मंदिर बनना शेष है। कोर्ट में यह सिद्ध हो चुका है कि, ढांचे के नीचे मंदिर था। राजनीति के कारण विवाद बढ़ा। मुस्लिमों की ओर से पैरवी करने वाले सभी हिन्दू है। कोर्ट में सिद्ध हो चुका है कि, वहां सन् 1949 के बाद एक बार भी नमाज नहीं हुई। जिस तरह मुस्लिमों के लिए कावा पवित्र स्थल है, उसी प्रकार राम जन्मभूमि भी हिन्दूओं का पवित्र स्थल है। सोमनाथ की ही तरह अयोध्या में भी सरकार को मंदिर निर्माण करना चाहिए। उन्होंने कहा भारत में अनेक हिन्दू मंदिर तोड़कर मस्जिदें बनाई गई है।

*जस्टिस कोकजे ने यह भी कहा-*

– रामलला टाट में, वादा करने वाले ठाठ में।

– भाजपा विहिप के बीच कोर्ट विवाद नहीं।

– भाजपा ने कहा था तुम सरकार बना दो, हम मंदिर बना देंगे।

– मोदी सरकार मंदिर बनाती है तो 2019 में पूर्ण बहुमत ले आयेगी।

– अगर न्यायालय खिलाफ निर्णय देता तो फिर सरकार कानून बनायेगी।

– मंदिर बनाने में धन की कोई कमी नहीं है, कई दानदाता भी तैयार है।

– जहां नमाज नहीं होती, वहां मस्जिद नहीं होती।

– आस्था के सामने राम का जन्म हुआ या नहीं, यह मायना नहीं रखता है।

– यह राष्ट्र के मान बिन्दुओं को स्थापित करने की लड़ाई है।

– मूर्ति को भी कानून में व्यक्ति माना गया है, इसलिए रामलला भी मुकदमे में पक्षकार है।

– न्याय देने के मामले में विलम्ब करके सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने निराश किया।

– विहिप के पास फिलहाल नरेन्द्र मोदी और बीजेपी पर भरोसा करने के अलावा कोई चारा नहीं।

– कांग्रेस का हिन्दू विरोधी रवैया हमें हतप्रभ करता है।

– कांग्रेस की ‘वकील गैंग’ कई मामलों में बेजा दबाव बनाती है।

– शबरी माला मामले में जन भावनाओं के विरूद्ध दिये गये फैसले का हश्र देखकर अब न्याय पालिका को भी अपने फैसले पर विचार करना चाहिये।

परिसंवाद को विहिप के मालवा प्रांताध्यक्ष कांतिभाई पटेल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। वरिष्ठ पत्रकार रमण रावल ने विषयांतर करते हुए राम मंदिर संबंधी अनेक प्रश्न रखे और मुद्दे बताए। वरिष्ठ पत्रकार एवं इन्दौर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष कृष्ण कुमार अष्ठाना भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।अंत में जस्टिस कोकजे ने श्रोताओं के अनेक प्रश्नों के उत्तर दिए। प्रारम्भ में प्रमुख वक्ता जस्टिम कोकजे ने सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण का कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।

प्रारम्भ में स्टेट प्रेस क्लब, मध्यप्रदेश के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल, वरिष्ठ पत्रकार कीर्ति राणा, विजय अड़ीचवाल, रवि चावला, आकाश चैकसे, नीलेश जैन मीना राणा शाह ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन संयोजक कमल कस्तुरी ने किया। अतिथियों को विजय गुंजाल, अतुल लागू, अभिषेक बड़जात्या ने स्मृति चिन्ह भेंट किये। आभार वुमंस प्रेस क्लब अध्यक्ष शीतल राय ने माना। प्रारम्भ मे अरविन्द रंजन सर ने राष्ट्र प्रेम की शपथ दिलवाई।

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