आंगनवाडी कर्मियों ने दिया जिलाधीश एवं कार्यक्रम अधिकारी को ज्ञापन 

देवास। आंगवाडी कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया एवं जिलाधीश एवं महिला बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी को ज्ञापन दिये। ज्ञापन में बताया गया कि महिला बाल विकास विभाग अंतर्गत आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिका शासन के हर कार्य में कड़ी मेहनत कर योगदान देती हैं। लेकिन वर्तमान में उन्हें कार्य करने में अत्यंत कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। मकान किराया जून माह से जारी नहीं किया गया है। मकान मालिक मकान खाली करने का अल्टीमेटम दे रहे हैं। आंगनवाडी केन्द्र संचालन करने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ केन्द्रों पर मकान मालिकों ने अपना ताला लगा दिया है। ग्रामीण आंगनवाडी कार्यकर्ता को माह में चार बार मीटिंग में बुलाया जाता है जिसका टी ए डीए नहीं दिया जाता है। मंगल दिवस की राशि 2017 की राशि अभी तक प्राप्त नहीं हुई है तथा वर्ष 2018 में केवल तीन माह की ही राशि प्राप्त हुई है। फेक्सी फण्ड राशि एवं आकस्मिक राशि विगत दो वर्षो से प्राप्त नहीं हुई है। आंगनवाडियों में नये पंजीयन रजिस्टर उपलब्ध करवाए जाएं । आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को स्वयं के खर्च से रजिस्टर खरीदना पड़ रहे हैं जिससे कि उनका आर्थिक नुकसान हो रहा है। आंगनवाडी में 1 से 11 पंजी रजिस्टर के अलावा 10 रजिस्टर जानकारियों के लिये लगते हैं। लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत जो फार्म परियोजना में दिए जाते हैं उसकी रसीद उपलब्ध करवाई जाए। क्योंकि इससे कार्यकर्ता को कार्य करने में आसानी होगी तथा हितग्राही के पास प्रमाण रहेगा।
इस अवसर पर बीएमएस जिलाध्यक्ष सुशील पांडे, जिला मंत्री रामभानसिंह, विभाग प्रमुख अजय उपाध्याय, अखिल भारती आंगनवाडी महासंघ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रंजना राणा, जिलाध्यक्ष स्नेहलता गौड, नगर अध्यक्ष रानीसिंह, आंगनवाडी कार्यकर्ता संघ की रेखा सोलंकी, अलका देशपांडे, जरीना खान, उमा तिवारी, उमा यादव, कौशल्या तंवर आदि उपस्थित थे।