मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण संपन्न 78 मास्टर ट्रेनरों को दिया प्रशिक्षण

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मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण संपन्न
78 मास्टर ट्रेनरों को दिया प्रशिक्षण
मास्टर ट्रेनर मतदान दलों को अच्छे से प्रशिक्षित करें, उन्हें मतदान संबंधी बारीकियां समझाए- कलेक्टर डॉ. पाण्डेय
देवास 23 अक्टूबर 2018/ कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. श्रीकान्त पाण्डेय की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण में कुल 78 मास्टर ट्रेनरों ने भाग लिया। मतदान दलों का आगामी प्रशिक्षण संबंधि‍त विधानसभा स्तर पर आयोजित किया जाएगा। इस हेतु प्रत्येक विधानसभा के लिए 15-15 मास्टर ट्रेनर्स नियुक्त किए गए हैं। मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण डॉ. एसपीएस राणा, डॉ. अजय काले तथा डॉ. समीरा नईम द्वारा दिया गया। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत राजीव रंजन मीणा विशेष रूप से उपस्थित थे।
कलेक्टर डॉ. पाण्डेय ने मास्टर ट्रेनरों को संबोधित करते हुए कहा कि पीठासीन व मतदान अधिकारियों का प्रशिक्षण जितना अच्छा होगा, हमारे निर्वाचन की प्रक्रिया उतनी अच्छी तरीके से संपन्न्‍ होगी। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष व पारदर्शी मतदान सुनिश्चित कराने में पीठासीन व मतदान अधिकारियों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। मतदान केंद्रों पर मतदान संबंधी काम इन्हीं अधिकारियों द्वारा सम्पन्न कराया जाता है। प्रशिक्षण में इन अधिकारियों को मतदान संबंधी संपूर्ण प्रक्रिया की सभी बारीकियों को अच्छी तरह से समझाए। उन्हें बताया कि कोई भी शंका हो तो उसका समाधान करे। प्रशिक्षण के दौरान प्रश्नोत्तरी सत्र भी रखे ओर अधिकारियों को समस्याओं का समाधान करे। उन्होंने कहा कि मतदान केंद्र के बाहर 100 मीटर की परिधि में कानून व्यवस्था व शांति बनाए रखने का दायित्व भी पीठासीन अधिकारी के अधिकार क्षेत्र में रहता है, यह भी समझाना जरूरी है।
कलेक्टर डॉ. पाण्डेय ने कहा है कि मतदान दलों को मॉकपोल की प्रक्रिया को अच्छी तरीके से समझाए। ईवीएम व वीवीपेट के संचालन के साथ ही उनको आपस में जोड़ने दे, के बारे में प्रेक्टिकली समझाए। टेंडर वोट, चैलेंज वोट, चिंहित प्रति, पोस्टल बैलेट, ईडीसी आदि के बारे में समझाए। मॉकपोल के दौरान यदि एजेंट समय पर नहीं पहुंचते हैं तो कितनी देर इंतजार करना है। मॉकपोल में कम से कम 50 मत डलवाने हैं। मतदान की रिपोर्ट प्रत्येक 2 घंटे में सेक्टर अधिकारी/आरओ को देना है। मतदान केंद्र के अंदर की व्यवस्थाएं एजेंटों एवं माइक्रो ऑब्जवरों के बैठने आदि के संबंध में भी विस्तार से समझाए। उन्होंने कहा कि मतदान के समय की समाप्ति पर यदि मतदाता बड़ी संख्या में हैं तो उलटे क्रम में पर्चियां बांटना है, यह भी समझाए।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनरों द्वारा मतदान से संबंधित संपूर्ण प्रक्रिया की बारीकियां विस्तार से समझाई गई। ईवीएम व वीवीपेट के संचालन की प्रक्रिया को समझाया गया और बताया गया कि निर्वाचन आयोग द्वारा आधुनिक एम-3 मॉडल की ईवीएम मशीन का उपयोग किया जा रहा है। ईवीएम के साथ ही वीवीपेट मशीन भी होगी। वीवीपेट में 7 सेकेंड तक पर्ची दिखेगी, जिसके माध्यम से मतदाता यह आश्वस्त हो सकेगा कि उसके द्वारा डाला गया मत उसी अभ्यर्थी को गया है, जिसको उसने मत डाला है। पर्ची में अभ्यर्थी का सरल क्रमांक, चुनाव चिन्ह व नाम प्रदर्शित होगा।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनरों को पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण देने हेतु कानूनी प्रावधानों, पुलिस अधिकारियों को दायित्वों, वलनरेवल मैपिंग, प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियां, सेक्टर अधिकारियों के साथ भ्रमण, मतदाताओं के विश्वास निर्माण हेतु कदम उठाने, गत निर्वाचन के आंकड़े, संपत्ति विरूपण, कोलाहल नियंत्रण, उड़नदस्ता दलों, स्थैतिक निगरानी दलों, संपत्ति विरूपण, आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन पर कार्यवाही के आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।

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