मालवा प्रान्त में मनेगी हर घर दीपावली, चलेगा मेरी बस्ती-मेरी अयोध्या अभियान

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प्रान्त संघचालक डाॅ प्रकाश शास्त्री ने की राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के संदर्भ में पत्रकार वार्ता

इन्दौर। हिन्दू समाज के जीवन का सबसे अद्भुत दिन करीब आ रहा है, हर व्यक्ति 22 जनवरी को अपने घरों में दीपोत्सव मनाएं, इसके साथ ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ मालवा प्रान्त में ‘मेरी बस्ती-मेरी अयोध्या’ अभियान चला कर प्रत्येक व्यक्ति को प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन का लाइव दिखाया जाएगा। मंदिर-मंदिर आयोजन होंगे। यह बात मालवा प्रान्त संघचालक डॉ. प्रकाश शास्त्री ने पत्रकार वार्ता में कही।

डॉ शास्त्री ने कार्यक्रमों के विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान की। प्रेस वार्ता में विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त मंत्री विनोद शर्मा तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मालवा प्रान्त के सह-कार्यवाह श्रीनाथ गुप्ता भी उपस्थित थे।

राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र न्यास की ओर से विहिप ने प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी तथा उपस्थित सभी गणमान्य पत्रकारों को भी पीले चावल के साथ आमंत्रण पत्रक दिया गया।
पत्रकार वार्ता में बताया कि मालवा प्रान्त के 12 हजार से अधिक गांवों तथा 8 हजार से अधिक नगरीय मोहल्लों में हजारों टोलियां घर-घर संपर्क करेंगी। दो हजार से अधिक समयदानी कार्यकर्ता दस दिन के लिए अपने घर से दूर गाँव मोहल्ले में रहकर इस अभियान की टोलियों का गठन करेंगे। हर तहसील में सामाजिक सद्भाव बैठक होंगी। हिन्दू समाज की सभी जाति-समाज के बंधु भगिनी एक जाजम पर बैठकर जनजागरण की योजना बनायेंगे। हर घर पर भगवा हर मुख से रामधुन, इसे लेकर नगर-नगर समाजजन आयोजन करेंगे।
डॉ. शास्त्री ने बताया कि मालवा प्रांत से लगभग 100 से अधिक संत अयोध्या जी में होने वाले आयोजन में सम्मिलित होंगे।
इन्दौर में सेवा भारती द्वारा मेरी बस्ती -मेरी अयोध्या के अंतर्गत बस्तियों को राम-मय करने की योजना रहेगी ।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र मालवा निमाड़ के समस्त समाज जनों से आग्रह है कि आगामी पौष शुक्ल द्वादशी विक्रम संवत 2080 सोमवार दिनांक 22 जनवरी 2024 के दिन जब प्रभु श्री राम के बाल रूप नूतन विग्रह को, श्री राम जन्मभूमि पर बना रहे नवीन मंदिर भूतल के गर्भ ग्रह में विराजित करके प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी, तब वैसा ही आनंद व उत्सव का वातावरण घर घर में भी अनुभूत हो। इस अवसर पर अयोध्या में अभूतपूर्व आनंद का वातावरण होगा।
उन्होंने आग्रह भी किया है कि अपने मोहल्ले ग्राम में मकर संक्रांति से आरंभ करते हुए प्रतिदिन प्रभात फेरी निकले। प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रातः घर के द्वार पर रंगोली व वंदनवार से सजावट करें। अयोध्या में जिस समय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव प्रातः 11 से दोपहर 1:00 चल रहा होगा, उसी समय अपने ग्राम मोहल्ले कॉलोनी में स्थित किसी भी मंदिर में आस पड़ोस के राम भक्तों को एकत्रित करके भजन कीर्तन करें।
साथ ही अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का टेलीविजन चैनलों से सीधा प्रसारण होगा। टेलीविजन अथवा एलईडी स्क्रीन लगाकर सामूहिक रूप से समाज को दिखाएं। मंदिर में स्थित देवी देवता का भजन कीर्तन आरती पूजा तथा विजय महामंत्र “श्री राम जय राम जय जय राम” का 108 बार सामूहिक जाप करें व इसके साथ हनुमान चालीसा सुंदरकांड राम रक्षा स्त्रोत आदि का सामूहिक पाठ भी कर सकते हैं। शंख ध्वनि, घंटा नाद, आरती करें, प्रसाद वितरण करें, सभी देवी देवता प्रसन्न होंगे, वातावरण सर्वत्र सात्विक एवं राममय हो जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा के दिन सायंकाल सूर्यास्त के बाद अपने घर के सामने दीपक जलाएं , दीप मलिका सजाएँगे और विश्व के करोड़ों घरों में दीपोत्सव मनाया जाएगा।

जानिए कैसा है अयोध्या में प्रभु श्री राम जन्मभूमि मंदिर

  • मंदिर परंपरागत नगर शैली में निर्मित है।
  • मंदिर की लंबाई (पूर्व पश्चिम ) में 380 फीट,चौड़ाई 250 फीट एवं ऊंचाई 161 फिट है।
  • तीन मंजिला मंदिर की प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट कल 152 में खंबे 44 दरवाजे हैं।
  • भूतल गर्भागृह में प्रभु श्री राम के बाल रूप स्थापित होगा और श्री राम लाल का विग्रह प्रथम तल पर गर्भ में श्री राम दरबार होगा।
  • कुल पांच मंडप होंगे नृत्य मंडप रंग मंडप गूढ मंडप (सभा मंडप) प्रार्थना मंडप कीर्तन मंडप होंगे।
  • खंबे,दीवारों में देवी देवता तथा देवांगनाओं की मूर्तियां होगी।
  • प्रवेश पूर्व से, 32 सीढ़ियां (ऊंचाई 16.5 फीट ) चढ़कर सिंहद्वार होगा।
  • दिव्यांगजन तथा वृद्धो के लिए रैंप एवं लिफ्ट की व्यवस्था रहेगी।
  • चारों ओर आयताकार परकोटा (प्राकार ) लंबाई 732 मीटर, चौड़ाई 4.25 मीटर, परकोटा के चारों कोनों पर चार मंदिर भगवान – सूर्य,शंकर, गणपति, देवी भगवती परकोटे की दक्षिणी भुजा में हनुमान एवं उत्तरी भुजा में अन्नपूर्णा माता का मंदिर होगा।
  • मंदिर के समीप पौराणिक काल का सीता कूप होगा।
  • श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में प्रस्तावित अन्य मंदिर- महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ,महर्षि विश्वामित्र,महर्षि अगस्त्य,निषादराज गुह, माता शबरी एवं देवी अहिल्या के होंगे।
  • दक्षिणी-पश्चिमी भाग में नवरत्न कुबेर टीले पर स्थित शिव मंदिर का जीर्णोद्धार एवं राम भक्त जटायु राज प्रतिमा की स्थापना होगी।
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