शिवाजीराव कदम इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मास्यूटिकल एंड रिसर्च इंदौर द्वारा दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मलेन का आयोजन

510 Views


इन्दौर। शिवाजीराव कदम इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मास्यूटिकल एंड रिसर्च इंदौर द्वारा दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मलेन का आयोजन “रीसेंट एडवांसेज इन ट्रांसलेशनल रिसर्च एंड मॉलिक्यूलर मेडिसिन” थीम के अंतर्गत 24-25 फ़रवरी को किया जा रहा है । जो की ऍम पी सी अस टी भोपाल एवं ऐ ई आर बी भारत सरकार द्वारा प्रायोजक की गयी है। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव एवं सम्मानीय अतिथि डॉ. अनिल कोठारी डायरेक्टर ऍम पी सी अस टी के द्वारा किया जाएगा।
देश और विदेश के वैज्ञानिक डॉ अनिल कुमार मिश्रा मिनिस्ट्री ऑफ़ डिफेन्स दिल्ली, डॉ अमित तिवारी यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोलेडो ऑहियो यू एस ए, डॉ जयचंद्र रामपुरम ऑबर्न यूनिवर्सिटी अल्बामा यु एस ए, डॉ पिया वोगल साउथर्न मेथोडिस्ट यूनिवर्सिटी डलास टेक्सास यु एस ए, डॉ प्रभात आर्य समजन एंड स्टील्थ मोड बायोटेक हैदरबाद , डॉ फ्रेडेरिक इ विल्लियम्स यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोलेडो ऑहियो यु एस ए, डॉ एफ स्कॉट हॉल यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोलेडो ऑहियो यु एस ए, डॉ साई हनुमान सागर बोड्डू अजमन यूनिवर्सिटी यु ए ई, डॉ सी कार्तिकेयन इंद्रा गाँधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी, डॉ ऋतू चक्रवर्ती यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोलेडो ऑहियो यु एस ए, डॉ डेविड टेर्रेरो यूनिवर्सिटी ऑफ़ डोमिनिक रिपब्लिक यु एस ए, उपस्थित रहेंगे।
इसके अलावा संस्था के संस्थापक डॉ शिवाजीराव कदम जो स्वयं अकेडमीशियन, रिसर्चर और उद्यमी एवं संस्था के एडवाइजर डॉ. पियूष त्रिवेदी जो की पूर्व आर जी पी वी के कुलपति है, वह भी उपस्थित रहेंगे।
यह दो दिवसीय सम्मेलन मुख्य रूप से ट्रांसलेशनल रिसर्च और आणविक चिकित्सा पर केंद्रित है। जिसमे डॉ फ्रेडरिक विलियम और डॉ एफ स्कॉट हॉल जो की विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक हैं जो ज़ेबरा मछली मॉडल पर काम कर रहे है एवं डॉ अमित के तिवारी, डॉ पीयूष त्रिवेदी और डॉ सी कार्तिकेयन ने कैंसर थेरेपी के लिए ड्रग डिजाइनिंग की नई तकनीक पर काम किया है तथा यु एस पेटेंट भी करवाया गया है डॉ. अनिल मिश्रा निदेशक, डीआरडीओ आईएनमास जो की मुख्य रूप से आणविक रेडियो लिगैंड्स इमेजिंग और न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग चिकित्सा में इसके उपयोग पर कार्य कर रहे हैं। मध्य प्रदेश में पहली बार इस तरह का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है जो कैंसर थेरेपी, न्यूरोडिजेनरेटिव बीमारी और दवाओं के निर्माण पर केंद्रित है। यह आयोजन में कैंसर सम्बंधित रिसर्च के बारे में शोधकर्ता जानकारी प्रदान करेंगी जो आने वाले समय में नया आयाम स्थापित करेगी। इस अंतरराष्ट्रीय समेलन में कुल 450 से ज्यादा विद्यार्थी रिसर्च स्कॉलर एवं शिक्षगण सम्मिलित हो रहे है जिसमे से 150 से ज्यादा राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए जाएंगे।

Translate »