अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत

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खबर हलचल न्यूज़ // राजेंद्र यादव, जिला ब्यूरो चीफ

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत

अयोध्या। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का आज सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में निधन हो गया।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि बाघंबरी मठ में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए।

पुलिस के मुताबिक अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और बाघंबरी मठ में फांसी के फंदे से लटकता मिला।

पुलिस के मुताबिक बाघंबरी मठ में जहां महंत नरेंद्र गिरि का शव फंदे से लटकता मिला, वहां चारो तरफ से गेट बंद मिला।

पुलिस ने शुरुआती जांच के आधार पर इसे आत्महत्या बताया है।

मौत पर पुलिस का बयान:

मौके से सुसाइड नोट बरामद, सुसाइड नोट वसीयत की तरह सुसाइड नोट में आनंद गिरी का जिक्र।

ADG L&O के अनुसार:
शव को महंत जी के अनुयायिओं द्वारा दरवाजा तोड़ कर फंदे से उतारा है।

सुसाइड नोट मिला है जिसपर महंत के शिष्य आनंद गिरी की प्रताड़ना से परेशान होने का सुसाइड नोट मिला है।

नरेंद्र गिरी महाराज मौत मामला:
आनंद गिरि ने हरिद्वार में कहा- यह हत्या है। हरिद्वार से प्रयागराज रवाना हुये आनंद गिरी। हाल ही में नरेंद्र गिरी से आनंद गिरि का विवाद हुआ था।

1992 मे विश्व हिंदू परिषद द्वारा 1400 करोड के भ्रष्टाचार किये जाने का खुलासा करने वाले अखाडा प्रमुख महंत नरेन्द्र गिरी की मौत रहस्यों से भरी है।

महंत नरेंद्र गिरि के कमरे से मिला 7 पेज का सुसाइड नोट,
हरिद्वार में आनंद गिरि को हिरासत में लिया गया

नरेंद्र गिरि का शव प्रयागराज के उनके बाघंबरी मठ में ही फांसी के फंदे से लटकता मिला। मौके पर पहुंची पुलिस ने तहकीकात शुरू कर दी है।

पुलिस को मौके से 6-7 पन्नों का सुसाइड बरामद हुआ है।
जिसमें साफ तौर पर महंत ने अपने विवादित शिष्य आनंद गिरि का नाम भी लिखा है।

महंत नरेंद्र गिरि की मौत का मामला, आईजी प्रयागराज केपी सिंह का बयान

पार्थिव शरीर सम्मान के साथ रखा जाएगा। बाघम्बरी मठ में रखा जाएगा पार्थिव शरीर।

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