पुलिस ने मनोज ठाकरे हत्याकाण्ड का किया पर्दाफाश

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*पुलिस ने मनोज ठाकरे हत्याकाण्ड का किया पर्दाफाश*
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मनोज ठाकरे हत्याकाण्ड में संलग्न 7 आरोपी गिरफ्तार
तीन अभी भी है फरार

*बड़वानी से कपिलेश शर्मा* -बड़वानी जिले के ग्राम बलवाड़ी में 20 जनवरी की प्रातः भाजपा मण्डल अध्यक्ष मनोज ठाकरे की हुई हत्या का पर्दाफाश पुलिस ने किया है। इस हत्या में सम्मलित 10 आरोपियों में से पुलिस ने 7 को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि तीन अभी भी फरार है। पुलिस अधीक्षक श्रीमती यांगचेन डी. भूटिया ने शीघ्र ही इन फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार करने की बात कही है।
गुरूवार को पुलिस थाना ग्रामीण सेंधवा में पत्रकारों को जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक श्रीमती भूटिया ने गिरफ्तार 7 आरोपियों को प्रस्तुत करते हुये बताया कि इस घटना में धवली के ताराचन्द राठौड, उसका लड़का विजय राठौड़, मेलाणे तहसील चैपड़ा का झगडिया पावरा, मोमदिया माहरेल के बदमाश अनिल डावर, जीतू डावर, नानु बंजारा, ऊन जिला खरगोन का दिलीप, दवलिया नान्सया, रेमु , रवि सम्मलित है। पुलिस ने इनमें से 7 आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि तीन आरोपी दवलिया, रेमु एवं रवि अभी भी फरार है।
घटना के बारे मे पुलिस अधीक्षक ने बताया कि धवली के ताराचन्द राठौड़ एवं उसका लड़का विजय ने मृतक मनोज ठाकरे के बढ़ते हुये प्रभाव के कारण इस घटना को अंजाम दिलवाया है। इसके लिये उन्होनें मेलाणे तहसील चैपड़ा के झगडिया पावरा से चर्चाकर मोमदिया माहरेल के बदमाश अनिल डावर एवं जीतू डावर को बुलाकर नानु बंजारा के घर पर हत्या का षडयंत्र रचा था। इसके लिये 5 लाख रूपये की सुपारी दी गई थी ।
इस षडयंत्र अनुसार सभी आरोपी 19 जनवरी को धवली के पास आडनदी पर मिले और ताराचन्द राठौड़ से 5 लाख रूपये लिये तथा ताराचन्द राठौड़ की ग्राम जामटी में बंद पड़ी गिट्टी खदान पर रूककर खाना खाया और रात्रि को ही मोटर सायकिलो से बलवाड़ी पहुंचकर बस स्टेण्ड पर मृतक मनोज ठाकरे के घूमने जाने का इंतजार करने लगे । फिर छिपते हुये घटना स्थल पर पहुंचकर पूर्व योजनानुसार तय स्थान पर रोड़ के एक साइड दवलिया, रेमु, दिलीप तो दूसरी साइड कालु और रवि छिप जाते है।
इस दौरान जब मृतक घूमकर वापस लौटने लगता है तब यह सब एकाएक झाड़ की आड से निकलकर मनोज ठाकरे पर कुल्हाड़ी से हमला कर देते है। हमला से घबराकर मनोज ठाकरे पलटकर भागने लगता है। इस दौरान अनिल कुल्हाड़ी से हमला करता है, जिसके कारण मनोज ठाकरे जमीन पर गिर जाते है। फिर सभी आरोपी मनोज ठाकरे को घसीटकर ले जाते है और पत्थर मारकर हत्या कर देते है। और मोटर सायकिलो से फरार हो जाते है।
इस घटना हेतु मिले 5 लाख की राशि में से अनिल को 1 लाख, रवि एवं कालु को 75-75 हजार, दिलीप, रेमु , दवलिया, नानु, झगडिया को 50-50 हजार रूपये मिलते है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने के कुछ दिनो पश्चात् पुलिस को मुखबिर से सूचना मिलती है कि झगडिया के घर ग्राम मेलाणे में अनिल, नानु, कालु, रवि का और पैसे को लेकर ताराचन्द्र के लड़के से झगड़ा हुआ है। इस पर से पुलिस पार्टी ग्राम मेलाणे में दबिश देकर झगड़िया को गिरफ्तार कर पूछताछ करती है। जहाॅ उसके द्वारा स्वीकृति के पश्चात् किस प्रकार अपराध को अंजाम दिया गया बताया जाता है। पुलिस पार्टी आरोपी के निशानदेही पर झगडिया के घर से अनिल के खून से सने कपड़े, अनिल के घर से खून से सनी कुल्हाड़ी व नगदी 51 हजार रूपये जप्त करने में सफल होती है। पुलिस इस घटना को अंजाम दिलवाने वाले षडयंत्रकारी ताराचन्द राठौड़ एवं उनके लड़के विजय को भी गिरफ्तार कर उनके पास से एक लाख रूपये नगद, दो मोटर सायकिल, घटना में उपयोग की गई कुल्हाड़ी आदि जप्त करने में सफल होती है।

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