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देवास। स्वच्छ भारत मिशन स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 अंतर्गत शहर में स्थापित होटल, रेस्टोरेंट, अस्पताल, नर्सिंगहोम, सैलून , दूध डेयरी, किराना, कपड़ा व्यवसायियों के मध्य स्वच्छता को लेकर स्पर्धा का आयोजन नगर निगम द्वारा 15 जनवरी से किया जा रहा है। इस संबंध में नगर निगम आयुक्त विशालसिंह चौहान की अध्यक्षता में एक बैठक नगर निगम नवीन भवन में बैठक कक्ष में संपन्न हुई। बैठक में उपस्थित समस्तजनों को अपने अपने प्रतिष्ठानों में स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 अंतर्गत स्वच्छता रखने स्वच्छता स्पर्धा में शामिल होने का अनुरोध किया गया। आयुक्त ने कहा कि स्वच्छता स्पर्धा के जहां एक ओर प्रतिष्ठानों में विशेष साफ सफाई होकर स्वच्छता का संदेश प्रसारित होगा वहीं दूसरी ओर शहर की सुंदरता में वृद्धि होकर लोगों का आकर्षण भी प्रतिष्ठानों के लिए बढ़ेगा। इसमें स्वच्छता में जनभागीदारी तो होगी ही वरन हम शहर की स्वच्छता के प्रति अपनी जिम्मेदारी भी निभा कर अपना कर्तव्य भी निभा सकते हैं। बैठक में आयुक्त ने उपस्थित बैंक प्रबंधकों से कहा कि बैंक के एटीएम में डस्टबीन की ज्यादा जरूरत होती है, यहां पर पेपर वेस्ट, पर्चियों का कचरा अधिक निकलता है उसका प्रबंधन हो। उपस्थित बैंक प्रबंधकों ने इस पर व्यवस्था बनाने के निर्देश एटीएम गार्ड को देने की बात कही। निगम आयुक्त ने कहा कि शहर की 31 ब्रांंचों के कचरे को तीन घंटे में निगम द्वारा उठाने का कार्य किया जा सकता है इस हेतु बैक युजर चार्जेस भी भुगतान करें। बैंक स्वच्छता रेंक में भी भाग लें, स्पर्धा में स्वच्छता रेकिंग हेतु निगम की टीम निरीक्षण कर जांच करेगी।
निगम नोडल अधिकारी आर एस केलकर, विशाल जगताप ने बताया कि इस वर्ष में हमने पिछले वर्ष से आगे बढ़कर इस वर्ष शहर के 19 नेशनलाईज बैंक, 109 किराना, कपड़े की दुकानों, 18 रेस्टोरेंट, 33 अस्पताल, नर्सिंग होम, 11 दूध डेयरी, 28 आटोपाट्र्स दुकान, 15 हेयर सेलून, ब्यूटी पार्लरों एवं आटो गैरेजों को भी स्पर्धा में शामिल किया गया है। इन प्रतिष्ठानों से निकलने वाले प्रतिदिन के कचरे, खाद्य, अखाद्य कार्यो का कचरे को दो डस्टबीनों में प्रबंधन, नागरिकों , ग्राहक व्यवहार, शौचालय आदि सुविधाओं में हेतु पानी, साबुन आदि व्यवस्था करने, स्वच्छता संदेश के बैनर के साथ ही खासकर पर्यावरण हेतु घातक पालिथिन के उपयोग पर स्पर्धा में प्लस एवं मायनस मार्किंग की जावेगी। निगम आयुक्त ने कहा कि हर व्यवसाय में सामग्री का कचरा तो निकलता ही है, प्रतिष्ठान उसका बेहतर प्रबंधन करें। आटो पाट्र्स एवं मेडिकल स्टोर्स पर अधिक कचरा निकलता है वे इस पर अधिक ध्यान दें। अपने प्रतिष्ठानों पर संदेश लिखें कि केरीबैग मांग कर शर्मिंदा न करें।
बैठक में निगम स्वास्थ्य अधिकारी डीसी गर्ग, विशाल जोशी, हेण्ड इन हेण्ड व्यवस्थापक सहित स्वामीनाथ, आनंद श्रीवास्तव, माखन गोस्वामी, जयपाल राजानी, शब्बीर मंसूरी, नितिन विजयवर्गीय, संजय हेतावल, पियुष पोरवाल, राकेश गुप्ता, आनंद कोठारी, सत्यनारायण लाठी, दिनेश भूतड़ा, अरविंद महाजन आदि सहित कई लोग उपस्थित रहे।