*रूठे परमार को मना लिया , कांग्रेस ने किए समीकरण मजबूत*
*सेंधवा से कपिलेश शर्मा -*
कांग्रेस पार्टी में चल रहे टिकट वितरण को लेकर चल रहे विरोध के बाद नया मोड़ सामने आया है। मंगलवार को पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी ग्यारसीलाल रावत ने उनके खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले पूर्व जिलाध्यक्ष सुखलाल परमार को मनाया। अब परमार बुधवार को अपना नामांकन वापस लेकर कांग्रेस के प्रत्याशी रावत को जिताने के लिए मैदान में उतरेंगे। दोपहर 2 बजे से परमार के घर कार्यकर्ताओं की बैठक चल रही थी। शाम 5 बजे बाद परमार ने नाराजगी दूर कर नामांकन वापस लेने का निर्णय ले लिया।
पूर्व जिलाध्यक्ष परमार ने कहा पांच सौ से अधिक कार्यकर्ता उन्हें मनाने के लिए आए। उनका सम्मान करके हुए निर्णय लिया है कि हम पार्टी का कार्य करेंगे। कांग्रेस 15 वर्षो से सत्ता से दूर है हम सब एक साथ मिलकर जीतेंगे। कांग्रेस अधिकृत प्रत्याशी ग्यारसीलाल के साथ राजेन्द्र मोतियानी व कांग्रेस से टिकिट मांगने वाले सिलदार सोलंकी, दयाराम पटेल, भुवान सिंह अपने समर्थकों के साथ दोपहर 2 बजे कांग्रेस के टिकिट बटवारे से खफा, निर्दलीय पर्चा दाखिल कर चुके सुखलाल परमार के घर पहुंचे। उनकी आपस में काफी देर चर्चा चली लेकिन कोई हल नही निकला। जिसके बाद शाम 4 बजे पुनः ग्रामीण क्षेत्र से आये कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने सभी नेताओं को सामने बैठकर एकजुट होने को लेकर चर्चा शुरू की। जिसके बाद करीब सवा पांच बजे सारे कार्यकर्ता हर्ष ध्वनि के साथ परमार के घर से बाहर आए और राजेंद्र मोतियानी ने नारे लगाए व रावत ने सुखलाल परमार, सुभद्रा परमार सहित सभी को कांग्रेस का गमछा पहनाया व सभी के एक होने की बात कही। इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष कलीम मिस्कीन सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओ मौजूद रहे।
*अब होगी कड़ी टक्कर -*
सेंधवा राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो बागी परमार को मनाने के बाद कांग्रेस बेहद मजबूत हो जाएगी। ग्यारसीलाल और परमार कांग्रेस के दो ऐसे शख्स है जो ग्रामीण क्षत्रे व पार्टी कार्यकर्ताओं में गहरी पेठ रखते है। एक ओर परमार अपने सर्मथकों के साथ कि वजह से निर्दलीय नामांकन जमा करवा चुके थे। तो दूसरी ओर आदिवासी युवा सदस्य ग्यारसीलाल का विरोध टिकिट मिलने से पूर्व ही कर रहे थे। लेकिन ज्योतिरादित्य की प्रचार सभा के बाद मंगवार को अचानक कांग्रेस में एकता के अंकुर फुट गए। परमार द्वारा निर्दलीय नामांकन वापस लेने की बात कही गई। और एक जुट होकर पार्टी का कार्य करने और जिताकर सत्ता हासिल करने की बात की गई है। जिससे अब कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के साथ ही शहर में भी मुकाबला टक्कर का रहेगा।
*भाजपा का अंदरूनी प्रचार जारी*
इधर भाजपा लगतार शहरी और ग्रामीण क्षेत्रो में तूफानी दौरे कर प्रचार कर रही है , जिसमे वरला बलवाड़ी बेल्ट , और धनोरा चाचरिया बेल्ट शामिल है । पन्ना प्रमुखों की बैठकें लेकर भाजपा अंदरूनी और जमीनी तौर पर तैयारी कर रही है । भाजपा की और से अभी तक किसी भी स्टार प्रचारक के सेंधवा दौरे को लेकर कोई संकेत नही मिली है ।