*4 दिवसीय छठ महापर्व की शुरुआत*
*इंदौर* । दिवाली, गोवर्धन पूजा एवं भाईदूज के साथ ही शहर में रह रहे पूर्वांचल के लोग अब आस्था के सबसे बड़ा पर्व छठ महापर्व की तैयारी में जुट गए हैं। इस वर्ष 4 दिवसीय छठ महापर्व की शुरुआत रविवार 11 नवंबर को नहाय खाइ से हुई । 12 नवंबर को खरना का आयोजन होगा। 13 नवंबर को छठ व्रतियों द्वारा डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। छठ महापर्व की पूर्णाहुति 14 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के पश्चात होगी। छठ महापर्व की तैयारियों के सम्बन्ध में शहर में निवास कर रहे बिहार, उत्तर प्रदेश एवं पूर्वांचल के लोगों की अग्रणी संस्था पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान की बैठक में संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर जगदीश सिंह, प्रदेश महासचिव के के झा ने छठ महापर्व को पुरे शहर में पूर्ण धार्मिक श्रद्धा एवं सादगी के साथ मनाने का निर्णय लिया है।
विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी शहर में 80 से अधिक स्थानों, विशेष रूप से विजय नगर, स्कीम न 78, देवास नाका, तुलसी नगर, अमृत पैलेस, निपानिया, बाणगंगा , सुखलिया, श्याम नगर, कालानी नगर, सिलिकॉन सिटी, , पिपलियाहना, संगम नगर राऊ, महू इत्यादि जगहों पर छठ महापर्व मनाया जाएगा।
शहर भर में फैले विभिन्न कृत्रिम छठ घाटों की साफ़ सफाई छठ आयोजन समितियों द्वारा शुरू कर दी गयी है। शहर के सभी छठ घाटों की समुचित सफाई एवं आवश्यक व्यवस्था हेतु नगर निगम को पत्र जारी किया गया है।
विद्यापति परिषद के अध्यक्ष हेमंत झा, सचिव साकेत सिंह ने कहा कि
बिहार के सैकड़ों मैथिल समाज के लोगों द्वारा भी शहर के अनेक स्थानों पर, विशेषरूप से स्कीम न 78 , श्याम नगर, सुखलिया, खरचा में छठ महापर्व मनाया जाएगा। कई वर्षों से मैथिल समाज के लोग छठ पर बिहार के अपने पैतृक स्थानों तक जाने में आवागमन की असुविधा के कारण, शहर में ही छठ पूजा कर रहे हैं।