*गायत्री सरोवर सौंदर्यीकरण के लिए 12 नवम्बर से अनिश्चितकालीन उपवास*
*शासन-प्रशासन की लापरवाही व राजनीतिक सौदेबाजी की भेंट चढ़ा सौंदर्यीकरण*
*नगर की जनता से सहयोग की अपील…*
*कुक्षी।* नगर के आस्था का केन्द्र कहे जाने वाला गायत्री मन्दिर आज अतिक्रमण की चपेट में आकर गन्दगी का साम्राज्य बनकर उपेक्षित होता नजर आ रहा है। गायत्री सरोवर सौंदर्यीकरण व अधूरे निर्माण को लेकर 12 नवम्बर 2018 से सोमेश्वर पाटीदार अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठेंगे। इनके द्वारा पूर्व में भी दिनांक 26 अप्रैल 2018 को धार कलेक्टर को पत्र सौपकर उक्त मामले से अवगत करवाया गया था। जिसमे स्पष्ट लिखा था कि, मुख्यमंत्री द्वारा 5 वर्ष पूर्व गायत्री सरोवर सौंदर्यीकरण हेतु 1,87 करोड़ स्वीकृत की गई थी । नगर पंचायत द्वारा धीमीगति व मनमाने तरीके से अधूरा कार्य किया गया। सौंदर्यीकरण व ड्रेनेज लाईन का अधुरा कार्य शीघ्र पूर्ण करने, लापरवाह व अनियमितता करने वालो पर कार्यवाही की मांग की थी। अन्यथा नगर की जनता द्वारा आंदोलन किया जावेगा, जिसकी सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की रहेगी। उक्त मामले को लेकर अखबारों में भी प्रमुखता के साथ खबरें प्रकाशित की गई थी। लेकिन आज दिनांक तक सौंदर्यीकरण व ड्रेनेज लाइन के कार्य मे किसी प्रकार की कोई गति दिखाई नही दी गई। इसी मुद्दे को लेकर सोमेश्वर पाटीदार ने 26 अक्टूबर 2018 को दूसरा आवेदन एसडीएम कुक्षी व धार कलेक्टर को प्रेषित कर दिनांक 12 नवम्बर 2018 से आंदोलन का आगाज करते हुए गायत्री मन्दिर प्रांगण में अनिश्चितकालीन उपवास (भूख हड़ताल) पर बैठ रहे है। पाटीदार ने नगर की जनता से इस आंदोलन में सहभागी बन कर माँ गायत्री सरोवर व ड्रेनेज लाइन को लेकर हो रहे आंदोलन सफल बनाने की अपील की।
*4 माह से मौन है पाटीदार…*
सनद रहे सोमेश्वर पाटीदार दिनांक 26 जून 2018 से मौन है। किसी भी व्यक्ति को बातचीत करनी हो तो वह व्हाटसप या लिख कर जवाब देते है। 4 माह से मौन का कारण तो नही बताया अब तक, किन्तु अब 12 नवम्बर से गायत्री सरोवर के लिए दूसरे उपवास पर भी बैठने जा रहे है।