पति ही निकला हत्यारा* *किसी फिल्म की तरह शातिराना तरीके से बुना था हत्या का जाल* *निर्मम तरीके की गयी महिला की हत्या का पर्दाफाश*

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पति ही निकला हत्यारा* *किसी फिल्म की तरह शातिराना तरीके से बुना था हत्या का जाल*
*निर्मम तरीके की गयी महिला की हत्या का पर्दाफाश*

*सेंधवा कपिलेश शर्मा* बुधवार गुरुवार रात्रि को महिला के जघन्य हत्याकांड का पर्दाफाश पुलिस ने 3 दिनों में ही कर दिया । आरोपी अजय अपनी पत्नी को पसंद नहीं करता था साथ ही दहेज का भी लोभी था , रुपए की लालच एवं पत्नी के प्रति नापसंदगी ,तथा चरित्र की आशंका , ओर पारिवारिक संपत्ति विवाद इस पूरे जघन्य हत्याकांड का प्रमुख कारण बनकर सामने आया । पूरी घटना में आरोपी के किसी फिल्म के आपराधिक चरित्र द्वारा पेशेवर तरीके से पूरी प्लानिंग के साथ घटना को अंजाम देना सामने आया ।

हॉलीवुड तथा बॉलीवुड की अपराध आधारित फिल्मो से प्रेरणा लेकर बुना था जाल

शातिराना तरीके से दिया हत्या को अंजाम

पुलिस अधीक्षक खत्री और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओंकार सिंह कलेश ने पुरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया की आरोपी अजय सिंह ही इस पूरे हत्याकांड में शामिल रहा आरोपी अजय सिंह के बयानों के आधार पर पुलिस इस नतीजे पर पहुंची की आरोपी अजय बॉलीवुड तथा हॉलीवुड की अपराध आधारित फिल्मों से प्रभावित हो इस घटनाक्रम की नींव तैयार की थी आरोपी से गहराई से पूछताछ करने पर उसने आपराध स्वीकार कर पुरे घटनाक्रम की विस्तार से जानकारी दी , आरोपी अजय सिंह और उसकी पत्नी प्रियंका के बिच विगत दिनों विवाद हुआ था , तब प्रियंका के माता पिता और भाई ने आकर मामले को सुलझाया था , लेकिन तब प्रियंका एवं परिजनों द्वारा थाने पर शिकायत की गयी थी जिस वजह से आरोपी अजय सिंह ने तब से ही हत्या की प्लानिंग शुरू कर दी थी | अजयसिंह योजनाबद्ध तरीके से प्रियंका को रास्ते से हटाने की योजना बना रहा था। इस तारतम्य में इसके द्वारा प्रियंका का 10 लाख रुपये का बीमा भी कराया था तथा उस उस बीमा पालिसी पर टर्म रायडर भी प्राप्त किया था तथा योजनाबद्ध तरीके से उसने हत्या के पूर्व एक्सरसाईज करके देखा था तथा अपने भाई के मकान को बाहर से बंद किया था तथा नीचे रहने वाले किरायेदार बच्चो से कहा था कि तूम लोग इतनी देर रात तक क्यो जागते हो तथा दषहरा त्यौहार पर घर जाने की पूछताछ की थी। दिनांक 22/10/18 को योजनाबद्ध तरीके से वह अपने दोस्त चेतन सोनवने के साथ अटल बस इन्दौर जाने वाली पर चढकर इन्दौर गया ताकि उसके कैमरो में इन्दौर जाने संबंधी उपस्थिती दिख सके। इन्दौर पहुचकर इसने अपने बिजनेस संबंधी दोस्त अनिल जाट एवं सूरज सोलंकी निवासी इन्दौर को पार्टी करने संबंधी आमंत्रण देकर शराब भोजन की पार्टी उसके घर पर आयोजित कर जानबुझकर उसकी फोटो खिची थी। तथा अत्यधिक नशा होने का बहाना कर लेट गया था। अनिल जाट व सूरज के रात्री 11.00 बजे जाते ही यह अपनी पलसर मोटर सायकल पर तैयार होकर हत्या करने इन्दौर से सेंधवा रवाना हुआ था। रात्री करीबन 10.57 बजे पर प्रियंका व अजयसिंह की बात हुई थी जिसमें इन्दौर से सेंधवा आ जाने की बात बतायी थी। यह करीबन डेढ बजे रात अपने घर सेंधवा पहुचा तथा पत्नि को चाय बनाने में व्यस्त कर पत्नि के मोबाईल से लगातार इन्दौर मे छोडे गये अपने मोबाईल पर 10 मिसकाल भेजे। पत्नि द्वारा पूछने पर अजयसिंह के द्वारा बताया कि उसके मोबाईल इन्दौर में छुट गये | फिर तीन मैसेज प्रियंका की तरफ से लेख करते हुये उसने लिखा कि अजीत व उसका परिवार जबरजस्ती प्रियंका के कमरे में अन्दर घुस आये और शारीरिक संबंध बनाने और यही बाथरुम से बाहर न निकलने की दशा में बच्ची उन्नती से रेप करने की धमकी दे रहे है तथा और प्रियंका बाहर निकलने का मैसेज करती हुई बाहर निकली । इन मेसेजो को अजय द्वारा प्रियंका के मोबाइल से डिलीट कर दिया गया जिससे प्रियंका को मोबाइल लेने की दशा में शंका न हो | फिर उसके अपनी पत्नि प्रियका की हत्या को अंजाम दिया। अजयसिंह ने आते समय अपने किरायेदारो के एवं भाई के मकान के बाहर से कुण्डी एव सरीया लगा दिया था तथा हत्या कर जाते समय अपने भी घर का दरवाजा बाहर से लगाकर मोटर सायकल से वापस इन्दौर पहुचकर ऐसा जाहिर किया कि वह इन्दौर में सो रहा है और जब स्थानीय लोगो ने उसकी पत्नि की हत्या से संबंध में फोन किये तो अपने घर इन्दौर से ही फोनो को रिसीव किया। इस घटनाक्रम की तस्दीक करते हुये टोल टेक्स नाके एवं आरटीओ बेरियर के नाको से स्पष्ट रुप से इन्दोर से आना व जाना परिलक्षित हुआ तथा इसके बताने पर प्रयुक्त चाकु तथा पिस्टल एवं जिन्दा कारतूस सहित बरामद किये गये तथा कपडे एवं प्रयुक्त मोटर सायकल अभी तक बरामद नही हुये है जो विधिवत पुलिस रिमाण्ड लेकर बरामद किये जाना है।

*दहेज की लिए किया जाता था प्रताड़ित*
। पुलिस ने विवेचना में पाया कि अजयसिंह व उसके परिवार के द्वारा पत्नी प्रियंका को एवं उसके बिहार के नालन्दा जिले स्थित मायके वालों को दहेज के लिए बार बार प्रताड़ित किया जाता था भाई अनंत ने पुलिस को बताया था कि आरोपी द्वारा मांग करने पर एक बार 50 हजार रुपये तथा दुसरी बार 2 लाख रुपये भी दिए थे । जांच में यह बात सामने आई की आरोपी अजय अपनी पत्नी को जिन्दा तक नहीं देखने की स्थिति में नफरत करता था , अपनी बच्ची उन्नति के जन्म समय से 3 वर्ष तक प्रियंका अपने मायके में ही रही थी , जुलाई 2018 में इन सबके चलते प्रियंका के मायके वालो ने अजयसिंह और उसके परिवार वालो के खिलाफ थाणे में आवेदन देकर शिकायत भी की थी जिस पर राजीनामा हो जाने के बाद मामला शांत हुआ था | मृतिका प्रियंका के परिवार वालो ने अजय सिंह के अन्य किसी महिला से सम्बन्ध होने की बात भी कही |
यह था घटनाक्रम

घटनाक्रम इस प्रकार है कि दिनांक 23/10/18 को प्रात अजीतसिंह पिता कपिलदेवसिंह निवासी भगवाती कालोनी सेंधवा ने थाने पर सूचना दी की पडोस में उसका छोटा भाई अजयसिंह रहता है। जो बाहर गया है। घर पर उसकी पत्नि प्रियंका एवं लडकी उन्नती थी। रात्री करीबन 3 बजे के आसपास उसे जोर से आवाज आने पर उसकी नींद खुली उसने अपने घर के अन्दर देखा जब कुछ नही दिखा तो वह वापस सो गया था। प्रतिदिन अनुसार वह 4 बजे अपने व्यवसाय के लिए उठा और अपना दरवाजा खोलने लगा तो उसका दरवाजा बाहर से बंद था। उसने परिचित धर्मेन्द्र को फोन लगाकर बुलाया और दरवाजा खुलवाया। अजितसिंह ने देखा कि उसके भाई का दरवाजा बाहर से बंद है तो मोहल्ले के अन्य लोगो को बुलवाकर दरवाजा खोला और आवाज देने पर जब प्रियंका नही उठी तथा देखने पर उसके गले गर्दन पर के पास काफी खून था इतने में अजयसिह की 7 साल की बेटी अन्दर से बाहर आयी। उसके भाई अजयसिंह की पत्नि प्रियंका बाई उम्र 30 साल की रात्री में किसी ने गर्दन गले पर वार कर हत्या कर दी है। जो उसके बिस्तर पर लहुलुहान पडी है। थाना सेंधवा शहर पर धारा 302 भादवि का अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध पंजीयन किया जाकर अनुसंधान में लिया गया था ।
*टीम को दिया जाएगा 10 हजार का इनाम*
जघन्य एवं अंधे कत्ल की गुत्थी का पर्दाफाश करने में थाना प्रभारी सेंधवा शहर निरीक्षक एस के दास एवं उनकी पूरी टीम को पुलिस अधीक्षक महोदय बडवानी, 10 हजार रुपये से ईनाम से पुरुस्कृत करेगे

 

 

 


 

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