देवास/सतवास-
देवी आराधना के शक्ति पर्व के समापन के साथ ही कल सम्पूर्ण सतवास क्षेत्र में असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयादशमी का पर्व हर्षोल्लास से मनाया जावेगा। इस अवसर पर नगर के दशहरा मैदान पर नगर परिषद द्वारा निर्मिंत विशाल रावण का दहन होगा। जिसमें हजारो नागरिक शामिल होगे।रावण दहन के पुर्व भव्य आतिशबाजी होगी तथा नगर सीमा में निवासरत विभिन्न समाज प्रमुखो का सम्मान किया जावेगा।इस बार रावण के दस सिर अलग-अलग भागो में विभाजित होकर फिर से जुड़ेगे।यह जानकारी देते हुये सीएमओ विकास डाबर नें बताया कि धर्मेश्वर मंदिर के संस्थापक संत काशी मुनि उदासीन के सानिध्य में यह कार्यक्रम आयोजित किया रावण दहन के पश्चात सभी नागरिक एक दूसरे को शमी पत्र देकर शुभकामनाऐं देंगे। बधाईयो के साथ सभी घरो में भुजिये एंव मिठाईयॉ बनाई जावेगी।
विशेष परम्परा हैं सतवास में रावण दहन की
सतवास में रावण दहन की एक अलग विशिष्ट परम्परा हैं यहॉ कागज के रावण के पुतले के दहन के पूर्व रावण कि मिट्टी की प्रतिमा बनाई जाती है। आचार्यो द्वारा उसका विधिवत पूजन नगर के प्रथम नागरिक से कराया जाता है। ऐसा माना जाता है कि रावण बेहद बुद्धिमान और शास्त्रो का ज्ञाता था। इसलिये इस रावण प्रतिमा की मिट्टी को पूजन के पश्चात नागरिक अपने घर ले जाकर पूजन घर में सहेजकर रखते हैं।जिससे सुख ओर समृद्वि आती हैं ।सीएमओ विकास डाबर ने सभी नागरिको से इस भव्य आयोजन को सफल बनानें की अपील की हैं।