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देवास । गायत्री शक्तिपीठ साकेत नगर एवं गायत्री प्रज्ञापीठ विजय नगर पर नवरात्रि पर्व पर सामूहिक गायत्री महामंत्र का नव दिवसीय अनुष्ठान का क्रम अनवरत रुप से चलाया जाता है जिसमें गायत्री साधक बड़ी संख्या में प्रात: 03.30 ब्रह्ममूर्त में सामूहिक गायत्री महामंत्र का जाप प्राणिमात्र के कल्याण के लिए करते है उसी की पूर्णाहुति महानवमी की सम्पन्न हुई । गायत्री शक्तिपीठ जनसंचार विभाग के विक्रमसिंह चौधरी एवं विकास चौहान ने बताया कि प्रात: 09 बजे श्रीवेदमाता गायत्री, परम पूज्य गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्यजी, वन्दनीया माता भगवतीदेवी शर्मा एवं देवोआव्हन, पूजन के साथ पंचकुण्डीय गायत्री महायज्ञ की शुरुआत हुई जिसमें कई संस्कार नि:शुल्क सम्पन्न हुए ।
महायज्ञ के दौरान युवा प्रकोष्ठ के प्रमोद निहाले ने सभी को देव दक्षिणा पूर्णाहुति में एक अच्छे संकल्प के तौर पर गृहे गृहे यज्ञ को सफल बनाने के सम्बन्ध में कहा कि आज की विषम परिस्थिति में हमें घर घर यज्ञ करके हर मानव में देवत्व का उदय करना है । ये गृहे गृहे यज्ञ हर माह के दूसरे सप्ताह में रविवार को पूरे प्रदेश में सम्पन्न होता है । आयोजन में महेश पंडया, कन्हैयालाल मोहरी,चारुलता बाबर, विक्रमसिंह राजपूत, सुमन गुंजाल, देवकरण कुमावत, सुभाष जैन, राधेश्याम चौधरी सहित सैकड़ों गायत्री साधको ने यज्ञ में अपनी आहुतियां प्रदान की । कर्मकांड का संचालन परिव्राजक रामनिवास कुशवाह, चंद्रिका शर्मा ने किया और संगीत का संचालन राजेन्द्रसिंह पटेल के मार्गदर्शन में हुआ । कार्यक्रम के अंत मे कन्याभोज के साथ सभी उपस्थित परिजनों ने भोजन प्रसादी ग्रहण की ।
इसी प्रकार गायत्री प्रज्ञापीठ विजय नगर पर भी शारदीय नवरात्रि की पूर्णाहुति प्रज्ञापीठ संरक्षिका दुर्गा दीदी के सानिध्य में पंचकुण्डीय गायत्री महायज्ञ के साथ सम्प्पन्न हुई पश्चात उपस्थित सभी परिजनों ने महाप्रसादी ग्रहण की। इस अवसर पर शक्तिपीठ के वरिष्ठ परिजन शिवानंदगिरी, रमेश व्यास, ओ.पी. श्रीवास्तव, प्रज्ञा पीठ के समस्त ट्रस्टीगण एवं कई परिजन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन महेश आचार्य ने किया एवं आभार मुख्य प्रबन्ध ट्रस्टी राजेन्द्र पोरवाल ने माना ।