देवास, – कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. श्रीकान्त पाण्डेय ने शनिवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में विधानसभा निर्वाचन 2018 के संबंध में अभी तक की गई तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में सभी जिला स्तरीय नोडल अधिकारी व सहायक नोडल अधिकारी तथा वीडियो काँफ्रेंस पर रिटर्निंग अधिकारी व विकासखंड स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में पुलिस अधीक्षक अंशुमानसिंह, सीईओ जिला पंचायत राजीव रंजन मीणा, एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी, अपर कलेक्टर नीता राठौर, एएसपी अनिल पाटीदार, नगर निगम आयुक्त विशालसिंह चौहान, उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजेंद रघुवंशी, संयुक्त कलेक्टर शोभाराम सोलंकी विशेष रूप से उपस्थित थे।
कलेक्टर डॉ. श्रीकान्त पाण्डेय ने सभी रिटर्निंग अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे निर्धारित प्रारूप में आयोग को भेजी जाने वाली विभिन्न प्रकार की रिपोर्ट को भिजवाना शुरू करें। एसएसटी टीम के लोकेशन के भौतिक सत्यापन तत्काल करवा लेवें और रिपोर्ट भी भिजवाएं। टीम के सदस्यों के रूकने की व्यवस्था व कैमरे लगाने के लिए लोकेशन आदि को भी दिखवा लें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन 27 सितंबर को होने के बाद डिलिशन व संशोधन की जानकारी निर्वाचन आयोग द्वारा चाही गई है। सभी आरओ यह जानकारी आज ही रात्रि 8 बजे तक भिजवाना सुनिश्चित करें।
वेबकास्टिंग वाले मतदान केंद्रों की जानकारी भिजवाएं
बैठक में कलेक्टर डॉ. पाण्डेय ने सभी आरओ को निर्देश दिए कि वे एक बार पुन: देख लें कि मतदान केंद्रों पर सभी आवश्यक न्यूनतम सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई है और यदि अभी भी कही सुधार या मरम्मत कराना हो तो आज ही प्रस्ताव जिला निर्वाचन कार्यालय को भिजवाएं ताकि बजट की व्यवस्था की जा सके। अधीक्षण यंत्री विद्युत वितरण कंपनी को ऐसे मतदान केंद्रों पर जहां विद्युत कनेक्शन नहीं है, वहां अस्थाई विद्युत कनेक्शन दिए जाने के निर्देश दिए गए। वहीं रिटर्निंग अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे ऐसे मतदान केंद्रों पर अस्थाई विद्युत कनेक्शन हेतु आवेदन विद्युत वितरण कंपनी को प्रस्तुत करवाना सुनिश्चित करें। बैठक में उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिन मतदान केंद्र पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की जाना है, उनकी जानकारी भी तत्काल भिजवाई जाए। उन्होंने बताया कि जिन मतदान केंद्रों पर इंटरनेट की व्यवस्था सुलभ है, उन मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग के प्रस्ताव भिजवाए जाए।
इलेक्शन मैनेजमेंट प्लान तैयार किया जावे
कलेक्टर डॉ. पाण्डेय ने प्रत्येक विधानसभा में इलेक्शन मैनेजमेंट प्लान तैयार करने के निर्देश दिए और कहा कि इसकी जानकारी प्रेक्षक को आने पर प्रदान की जाएगी। उन्होंने शासकीय विश्राम गृहों की व्यवस्थाएं भी देख लेने तथा आवश्यक मरम्मत आदि कराने लेने के निर्देश दिए। प्रेक्षक की सुविधा के लिए इंटरनेट, वाहन व्यवस्था, स्टेनो कम टायपिस्ट अथवा कम्प्यूटर ऑपरेटर आदि व्यवस्थाएं करने के भी निर्देश दिए।
आदर्श मतदान/पिंक मतदान केंद्र बनाए जाने वाली तैयारियां करें
बैठक में सभी रिटर्निंग अधिकारियों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में आदर्श मतदान केंद्र, पिंक मतदान केंद्र तथा अनन्य मतदान केंद्र बनाए जाने के लिए मतदान केंद्रों का चयन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आदर्श मतदान केंद्रों पर न्यूनतम आवश्यक सुविधाओं के अलावा अन्य व्यवस्थाएं की जा सकती है। जैसे मतदाताओं के स्वागत के लिए स्वागत द्वार बनाना, तिलक लगाकर स्वागत करना, रेट कारपेट से स्वागत करना, छाया की उत्तम व्यवस्था, पेय पदार्थ की व्यवस्था करना, क्यू लेस मतदान के लिए कुर्सियों अथवा बैंच डालकर बैठने की व्यवस्था करना जैसी अन्य सुविधाएं की जा सकती है। पिंक मतदान केंद्रों पर महिलाकर्मियों की तैनाती करने की व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक विधानसभा में कम से कम एक पिंक मतदान केंद्र बनाया जाए।
दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं करने के निर्देश
अनन्य मतदान केंद्र भी बनाए जाना है, जिसके तहत दिव्यांग व्यक्तियों या चलने फिरने में असमर्थ मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जाना है। बैठक में मतदान केंद्रों पर दिव्यांग मतदाताओं के लिए रैम्प के अलावा व्हील चेयर तथा ट्रायसाइकिल जैसी सुविधाएं भी कराने के लिए कहा गया।
व्यय अनुवीक्षण कार्यवाहियों की समीक्षा
बैठक में निर्वाचन व्यय के अनुवीक्षण संबंधी अब तक की गई कार्यवाही की समीक्षा की गई। बताया गया कि एफएसटी, एसएसटी, बीएसटी, वीवीटी, व्यय मॉनिटरिंग प्रकोष्ठ तथा एमसीएमसी का गठन किया जा चुका है तथा सभी दलों का प्रशिक्षण भी किया जा चुका है। आयोग के निर्देशानुसार संपत्त्िा विरूपण की रोकथाम से संबंधित कार्यवाही की जा रही है। मोटर व्हीकल एक्ट तथा शराब के अवैध विक्रय की रोकथाम हेतु अभियान चलाया जा रहा है। आदर्श आचरण संहिता के मामलों में मॉनिटरिंग की जा रही है।
7432 अधिकारियों/कर्मचारियों की होगी आवश्यकता
बैठक में मतदान दलों के गठन के लिए अधिकारियों/कर्मचारियों की उपलब्धता पर चर्चा की गई। बताया गया कि जिले में 1427 मतदान केंद्रों के मान से 30 प्रतिशत अतिरिक्त कर्मी सहित कुल 7432 अधिकारियों/कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। बैठक में बताया गया कि पीठासीन अधिकारियों व मतदान अधिकारी क्रमांक-1 का प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। आगे फिर 26 अक्टूबर से 3 नवंबर 2018 तक प्रशिक्षण प्रस्तावित है।
स्वीप अभियान के तहत 15 अक्टूबर को मानव श्रृंखला का आयोजन होगा
बैठक में स्वीप गतिविधियों की भी समीक्षा की गई। और बताया गया कि 15 अक्टूबर को जिला, विकासखंड स्तर से लेकर मतदान केंद्र स्तर तक मानव श्रृंखला का आयोजन प्रस्तावित है। इस आयोजन में बड़ी संख्या में स्कूल एवं कॉलेज के विद्यार्थी, एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र, शौर्या दल आदि भाग लेंगे। दिनांक 16 अक्टूबर को जिला स्तर से मतदान केंद्र स्तर तक पिंक डे मनाया जाएगा तथा विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर महिला मतदाता की जागरूकता पर केंद्रित कार्यकम आयोजित किए जाएंगे।
ऑनलाइन आवेदन हेतु सुविधा एप्प सक्रिय
बैठक में बताया गया कि विधानसभा निर्वाचन में सूचना प्रोद्योगिकी एप्लीकेशन का उपयोग भी किया जा रहा है। चुनाव आयोग द्वारा तीन एप्प एनसीएस/ समाधान, सुविधा तथा सुगम नाम से एप्प तैयार किए गए हैं। आचार संहिता प्रभावशील होने के साथ ही उक्त सभी एप्प सक्रिय कर दिए गए हैं। इन एप्प से संबंधित कर्मचारियों की ट्रेनिंग हो चुकी है। सुविधा एप्प के माध्यम से राजनैतिक दल व अभ्यर्थी, रैली, सभा, जुलूसों के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत करेंगे तथा रिटर्निंग अधिकारी ऑनलाइन अनुमतियां जारी करेंगे। सुगम एप्प वाहनों की अनुमति से संबंधित है।