देवास-
विंध्याचल पर्वत श्रेणी की तलहटी में बसा चमन ऋषि का आश्रम चंदकेसर तीर्थ सर्व पितृ अमावस्या पर यहां पर दो दिवसीय मेला लगता है।मेले के दौरान दूरदराज से तकरीबन 50000 लोग इस बार स्नान दर्शन करने आए माना जाता है कि प्रेत बाधा या अन्य रूप से बीमार ग्रस्त व्यक्ति यहां पर स्नान कर ले तो वह ठीक हो जाता है। करौंदिया ग्राम पंचायत के तहत चंद्र केश्वर तीर्थ आता है यहां के सरपंच एवं सचिव गोपाल कृष्ण पंचोली द्वारा पूर्व निर्मित कुंड जो बहुत पुराने होकर जीर्ण शीर्ण अवस्था में होकर टूट रहे थे उन कुंडों में नवीनीकरण कार्य कर उनकी लंबाई चौड़ाई बढ़ा दी। जिसके चलते वर्तमान समय में कुंड में महिला एवं पुरुषों की प्रथक प्रथक व्यवस्था होने के साथ-साथ अधिक श्रद्धालु एक साथ स्नान कर सके।मंदिर के आसपास भी ग्राम पंचायत द्वारा साफ सफाई अभियान के साथ वृक्षारोपण कर दिया गया जो अब हरियाली में तब्दील हो रहा है। यहां बनी धर्मशालाएं भी साफ-सुथरी होने से मेले में अब श्रद्धालुओं की सँख्या में इजाफा हो रहा है। गौरतलब है कि धारा जी स्नान प्रतिबंध के बाद से चंद्र केशर तीर्थ में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है 2005 से धाराजी स्नान पर प्रतिबंध है।यहां पर संख्या लगातार प्रति वर्ष बढ़ रही है। दो दिवसीय मेले का आयोजन में दुकानदारों के साथ कई श्रद्धालु भी रात्रि विश्राम करते हैं।
प्रशासनिक अमला इस बार अलर्ट रहा
एस डी एम रानी बंसल के निर्देशन में राजस्व विभाग के अधिकारी कर्मचारी सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम भी यहां पर मौजूद रही।बागली थाना प्रभारी जेआर चौहान भी मेले पर निगाह जमाए रहे।