केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान में एक ऐसा बयंदे दिया जिसको लेकर वह विवादों में घिर गए हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने इस पर उन्हें ख़ास नसीहत दी है।
बुधनी की विधानसभा सीट मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के सांसद बनने के बाद खाली हो गई है। 13 नवंबर को इस सीट पर उपचुनाव होने वाले हैं। इस सीट के लिए भाजपा की तरफ से मैदान में रमाकांत भार्गव को उतारा गया है। उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दलों का प्रचार-प्रसार जारी है। हाल ही में शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान ने रमाकांत भार्गव के लिए चुनावी प्रचार के दौरान एक ऐसा बयान दे दिया, जिसको लेकर वह विवादों में घिर गए हैं।
दरअसल, कार्तिकेय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमे उन्होंने कहा है की आखिर अपनी पोलिंग में गड़बड़ी करके हम अपनी ही इज्जत क्यों खराब करें? क्या हम लोगों को काम कराने के लिए मुख्यमंत्री के पास नहीं जाना है या काम कराने के लिए कृषि मंत्री के पास नहीं जाना है? आप लोग ही बताइए, सरपंच जी, गांव के लोगों का काम कैसे कराएंगे… जवाब दीजिए, अगर जरा भी 19-20 हुआ, तो हम किस मुंह से अपने नेताओं के पास काम करवाने के लिए जाएंगे। अगर गलती से भी कांग्रेस का विधायक जीतकर आ जाता है, तो गांव में नहीं एक ईंट लगने वाली।
इस पर दिग्विजय सिंह ने कार्तिकेय को एक ख़ास नसीहत दी अपने X पर एक पोस्ट शेयर करते उन्होंने कहा की ‘कार्तिकेय अभी से इस तरह के भाषण न दें। अपने पिता शिवराज सिंह चौहान जी से थोड़ा भाषण देना सीखिए। लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष दोनों एक साथ मिलकर काम करते हैं और भारत निर्माण करते हैं। मैं 10 साल तक मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री रहा हूं, लेकिन मैंने भाषण में इस तरह की भाषा का कभी इस्तेमाल नहीं किया है। इस बात के आपके पिता गवाह हैं’।