
जैन समाज में साधु-साध्वी की सुरक्षा के लिए एक नई पहल की गई है। साधु-साध्वियों पर हमले की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए मिर्च पेपर स्प्रे तैयार किया गया है। देशभर में 500 गुरु भगवंतों के ग्रुप में 7 हजार साध्वियों की सुरक्षा के लिए यह स्प्रे पहुंचाए जा चुके हैं। आने वाले दिनों में 5 हजार और ऐसे पेपर स्प्रे तैयार करवा कर उपलब्ध करवाए जाएंगे। यह पेपर स्प्रे ‘अखिल भारतीय श्वेतांबर मूर्तिपूजक तपागच्छ महासंघ’ ने तैयार करवाया है। जैनाचार्य अभयसेन सूरीश्वरजी महाराज ने बताया कि भाभर और भड़च में साध्वीजी पर हमले हुए हैं। इन घटनाओं के संदर्भ में अगले दो महीने में देशभर के जैन साध्वी-गुरुभगवंतों को यह स्प्रे पहुंचाया जाएगा। इसके लिए ‘अखिल भारतीय श्वेतांबर मूर्तिपूजक तपागच्छ महासंघ’ ने 20 से अधिक टीमें तैयार की हैं। इस काम में 800 से अधिक श्रावक-श्राविकाएं शामिल होंगे।
पेपर स्प्रे देने की अहम वजह यह है कि जैन धर्म में – हिंसा करना निषेध है। ऐसे में कोई भी साधु- – साध्वी कोई हथियार नहीं रख सकते। इसलिए स्प्रे छिड़काव करके आत्मरक्षा कर सकते हैं।
दो हजार से अधिक सीखेंगे आत्मरक्षा के गुर
एक साथ दो हजार साधु-साध्वी के लिए कराटे प्रशिक्षण का प्रबंध करने की तैयारी है। यह प्रशिक्षण पर्यूषण के बाद हो सकता है। सूरत में 50 से अधिक साधु-साध्वी के लिए अखिल भारतीय श्वेतांबर मूर्तिपूजक तपागच्छ महासंघ ऐसे प्रशिक्षण करवा चुका है।
