वरिष्ठ पत्रकार, चिंतक, बुद्धिजीवी, लेखक और अंतराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञ, मातृभाषा उन्नयन संस्थान के संरक्षक डॉ. वेदप्रताप वैदिक का अंतिम संस्कार लोधी रोड शमशान भूमि, नई दिल्ली में पूरी श्रद्धा के साथ किया गया। देशभर से पहुंचे राजनेताओं, पत्रकारों, बुद्धिजीवियों, समाजसेवियों अधिकारियों, हिंदी प्रेमियों और अन्य गणमान्य लोगों ने उनको नम आंखों से अंतिम विदाई दी। अंत्येष्टि विशाल जन-समूह के बीच पूरे धार्मिक रीति-रिवाज और वैदिक मन्त्रों के साथ की गई। उल्लेखनीय है कि हृदय गति रूक जाने से 14 मार्च की सुबह उनका 79 वर्ष की आयु में अचानक निधन हो गया था।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. हषवर्धन, श्री जगमोहन, केंद्रीय मंत्री रामदास अठवले, प्रहलाद पटेल, भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री कैलाश विजयवर्गीय, विजय गोयल, श्री सुशील मोदी और इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री पवन बंसल, श्री जनार्दन द्विवेदी, श्री नवीन जिंदल, श्री संतोष बगरोड़िया, श्री मोहन प्रकाश व राजनेता श्री केसी त्यागी, पूर्व राजदूत श्री लखन मल्होत्रा, ब्राह्मण समाज के अग्रदूत पंडित मांगेराम शर्मा आदि प्रमुख रूप से इस ग़मगीन माहौल में परिजनों को सांत्वना देने के लिए पहुंचे थे. पूर्व प्रधान मंत्री स्व.श्री अटल विहारी वाजपेयी जी के करीबी रहे श्री सुधीन्द्र कुलकर्णी, श्री अशोक टंडन के अलावा पत्रकार श्री हरिशंकर व्यास, साहित्यकार श्री जे.एस. राजपूत, व्यंग्यकर्मी-कवि सुरेन्द्र शर्मा, समाजसेवी श्री जयभगवान गोयल, विधायक श्री चेतन्य काश्यप सहित मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भावना शर्मा, गिरीश जी आदि के अलावा कई प्रमुख हस्तियाँ और समाज सेवी उनके पार्थिव शरीर को पंचतत्व में विलीन के समय उपस्थित रहे।