हिन्दी राष्ट्र की संस्कृति की धरोहर-संत रामस्नेही जी
इंदौर। हिन्दी भाषा के प्रचार के लिए प्रतिबद्ध मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा सितम्बर में हिन्दी माह को हिन्दी महोत्सव के रूप में मनाया जाता हैं। शहर में श्री लक्ष्यराम सत्संग भवन में संस्थान द्वारा आज माँ हिन्दी के पूजन से महोत्सव का आरम्भ किया। जिसमें मुख्य आतिथ्य संत रामनुरागी रामस्नेही जी उपस्थित रहें।
संत रामनुरागी रामस्नेही जी ने हिन्दी का पक्ष रखते हुए कहा कि ‘हिन्दी भाषा भारत का गौरव और संस्कारों के सिंचन की कड़ी हैं, यही भारत की संस्कृति की धरोहर हैं।’
हिन्दी पूजन में संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. नीना जोशी, राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य नितेश गुप्ता उपस्थित रहें।
इस अवसर पर सत्संग समिति द्वारा मातृभाषा उन्नयन संस्थान के पदाधिकारियों का सम्मान किया।
संस्थान द्वारा सितम्बर माह में प्रत्येक दिन देश के अलग-अलग स्थानों पर हिन्दी भाषा प्रचार संबंधित आयोजन कर हिन्दी भाषा के प्रति जनजागृति किया जाएगा। ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से विभिन्न आयोजन, प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएगी। इस महोत्सव में देश के प्रत्येक राज्यों को संस्थान द्वारा जोड़ा जा रहा हैं।