खबर हलचल न्यूज़ देवास लक्ष्मण जाधव
देवास मकर सक्रांति पर्व आने को है। बच्चों से लेकर बड़ों तक को भी पतंग उड़ाने का शौक होता है। सभी दूर चायनीज डोर का खुलेआज इस्तेमाल हो रहा है। एक ओर तो इस डोर पर प्रतिबंध है और दूसरा यह कई लोगों की जान ले चुकी है। इससे कई परिवार उजड़ चुके हैं। चायनीज मांझा (डोर) को प्रतिबंधित किए जाने की मांग को लेकर उस्ताद फाउंडेशन अध्यक्ष धनंजय गायकवाड़, जय माँ भवानी ग्रुप ग्रामीण अध्यक्ष रवि वर्मा एवं संस्था मंगलनाथ परिवार कृष्णा सोनी के नेतृत्व में शनिवार को अनुविभागीय अधिकारी अरविंद चौहान को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में फाउंडेशन के विस्तार प्रमुख दामोदर जाधव (मोंटी) एवं श्यामसिंह चौहान ने बताया कि मकर सक्रांति का पर्व आने वाला है। दुकानो में खुलेआम चायनीज डोर बेची जा रही है, चायनीज डोर के कारण आए दिन लोगो का गला, गाल, हाथ, पेर सहित पशु-पक्षी तक कट कर मर जाते है। चायनीज डोर का कई जगह पर प्रतिबंध लग चुका है। इस डोर से 8 जनवरी को बुरहानपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र के नीमागांव मेें चायनीज डोर से बाईक पर बैठे 8 वर्षीय बालक की गर्दन की नस कट गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। संगठनो ने अनुविभागीय अधिकारी एवं स्थानीय प्रशासन से मांग की है कि आने वाले समय में शहर सहित जिले मे ऐसी घटना ना हो इसलिए चायनीज मांझा (डोर) को पूर्णत: प्रतिबंधित किया जाए। साथ ही शहर में खुलेआम दुकानो पर बेची जा रही डोरो को जप्त कर कार्यवाही करे। इस अवसर पर शरद शर्मा, राजेश बैरागी, मोनू अहिरवार, अभिषेक अहिरवार, दिनेश सोलंकी, दीपराजसिंह, विरेन्द्रसिंह चौहान, अर्जुन नागर आदि उपस्थित थे