बच्चों को टीका अवश्य लगवाएं- कलेक्टर की अपील
हरदा
/ कलेक्टर एस विश्वनाथन ने कहा है कि आगामी 15 फरवरी तक खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत 09 माह से लेकर 15 साल तक के बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि खसरा एक जानलेवा रोग है जो वायरस से फैलता है। खसरा रोग के कारण बच्चों में विकलांगता या उनकी असमय मृत्यु हो सकती है। इसी तरह रूबेला वायरस बच्चों एवं स्त्रियों में संक्रमण पैदा करता है जो बच्चों को जन्म से ही विकलांग बना सकता है। इन रोगों से बचने का टीकाकरण ही एक मात्र उपाय है। अत: टीकाकरण के लिए लोग जागरूक होकर अपने बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण करायें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर किशोर कुमार नागवंशी ने बताया कि टीके की कीमत बाजार में लगभग 800 रू और स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुफ्त में लगाया जा रहा है। खसरा-रूबेला का टीका पूरी तरह सुरक्षित है। इससे किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं होता है। बीमारियों से बचाव के लिए अभिभावक अपने बच्चों का निर्भय होकर शत-प्रतिशत टीकाकरण करायें और इस महा अभियान में अपना अमूल्य सहयोग करें। डॉ. नागवंशी ने कहा कि खसरा-रूबेला टीकाकरण कार्यक्रम दुनिया के 165 देशों में चल रहा है और 123 देश खसरा-रूबेला की बीमारी से पूरी तरह मुक्त हो चुके हैं। भारत के 28 राज्यों में इस टीकाकरण का कार्य पूर्ण हो चुका है जिसमें 23 करोड़ बच्चों को सफलतापूर्वक टीके लगाये जा चुके हैं। मध्यप्रदेश में अभी तक एक करोड़ 15 लाख बच्चों को टीका लगा है जिसमें किसी तरह की कोई अप्रिय घटना एवं दुष्प्रभाव का मामला सामने नहीं आया है। इस संबंध में लोग किसी तरह का भ्रम न पालें। पूरी दुनिया में अब तक 700 मिलियन बच्चों को यह टीका लग चुका है। टीका पूरी तरह सुरक्षित है और जानलेवा एवं संक्रामक रोगों से मुक्त करता है।
डॉ. नागवंशी ने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों को टीकाकरण के पूर्व खाली पेट न भेजें। वे चाहें तो बच्चों को टीका लगवाने के लिए टीकाकरण स्थल पर साथ आ सकते हैं।