अंकरुपण की दुनिया में गूंज रहा हिन्दी का ढंका, मातृभाषा उन्नयन संस्थान अव्वल
इंदौर । हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए इंदौर से ही दूसरी बार जारी आन्दोलन के कारण हिन्दी को अन्तरजाल की दुनिया में अव्वल माना जा रहा है। फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम पर हिन्दी का अधिकाधिक प्रयोग, हिन्दी प्रचार, साहित्यकारों को जोड़ने, ग्राम-ग्राम में हिन्दी प्रसार व हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए चलाए जा रहें आन्दोलनों नें मातृभाषा उन्नयन संस्थान अव्वल है ।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा जारी अहर्निश हिंदी सेवा के क्रम में अंकरुपण की ओर बढ़ते क़दमों से हिंदी भाषा का वैश्विक स्तर पर प्रभाव भी बढ़ रहा है और लोग भी हिंदी सेवा की तरफ आगे आ रहे है। संस्थान द्वारा संगणक योद्धाओं के सक्रिय दल के माध्यम से फेसबुक,ट्वीटर, इंस्टाग्राम आदि पर हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के आव्हान से जनता को जोड़ा जा रहा है।
संस्था द्वारा अपने विभिन्न प्रकल्पों जैसे मातृभाषा.कॉम, अंतरा शब्दशक्ति प्रकाशन, साहित्यकारकोश, हिन्दीग्राम व खबर हलचल के माध्यम से हजारों साहित्यकारों को जोड़ा है तथा लाखों हिंदी प्रेमी लगातार लाभान्वित हो रहे है।
वर्तमान में सोशल मीडिया पर हिन्दी का उपयोग करके हिन्दी को प्रचारित व प्रसारित भी किया जा रहा है। चुकि हिन्दी का प्रसार तो किया जा रहा है, साथ ही संस्थान के मध्यप्रदेश अध्यक्ष कमलेश कमल द्वारा हिन्दी को शुद्ध करने के लिए नियमित लोगों ‘कमल की कलम’ के माध्यम से जागरुक किया जा रहा है, इसका मोबाईल एप्प भी बना हुआ है। जिसके माध्यम से लाखों पाठक हिंदी लेखन में हो रही अशुद्धि को दूर कर है। इसी तरह संस्थान के विभिन्न प्रयासों से हिंदी को देशव्यापी प्रचार और प्रसार मिल रहा है।